दीपावली और मातर उत्सव भी समाप्त हो गया। अब बड़ी संख्या में किसान अपने खेतों में पके धान की कटाई व मिंजाई करने में व्यस्त हो जाएंगे। कई किसानों की धान की फसल पककर तैयार है। इस बार जिले में 22 नए खरीदी केंद्र खोले जाएंगे, जिसकी स्वीकृति भी मिल गई है।
आगामी 17 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू हो जाएगी। इस बार 122 नहीं बल्कि 144 सेवा सहकारी समितियों के 160 खरीदी केंद्रों में धान की खरीदी की जाएगी। इस बार 22 नए खरीदी केंद्र खोले जाएंगे, जिसकी स्वीकृति भी मिल गई है। समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की तैयारी शुरू हो चुकी है। अब केंद्रों को तैयार किया जा रहा है। इधर दीपावली और मातर उत्सव भी समाप्त हो गया। अब बड़ी संख्या में किसान अपने खेतों में पके धान की कटाई व मिंजाई करने में व्यस्त हो जाएंगे। कई किसानों की धान की फसल पककर तैयार है।
समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए पंजीयन कराना अनिवार्य है। पंजीयन नहीं कराने पर किसान अपना धान नहीं बेच पाएंगे। पंजीयन कराने के लिए मात्र 6 दिन का समय शेष रह गया है। पंजीयन 31 अक्टूबर तक किया जाएगा।
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जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के मुताबिक अब तक जिले के 1 लाख 40 हजार किसानों ने धान बेचने पंजीयन कराया है। यदि किसी किसान ने अपना पंजीयन नहीं कराया है तो वह 31 अक्टूबर तक सेवा सहकारी समितियों में जाकर पंजीयन करा सकता है।
इस साल बनाए नवीन सेवा सहकारी समिति में दरबारी नवागांव, खपरी, चंदनबिरही, सनौद, पेंडरवानी, बम्हनी, ठेमाबुजुर्ग, नलकसा, सुरडोंगर, भर्रीटोला, खलारी, बिटाल, चिखली, झरनटोला, परसाडीह, भुरकाभाट, डुंडेरा, कमरौद, माहुद अ., सरेखा, तिलोदा, खोलझर शामिल है।
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धान खरीदी शुरू होने में तीन साप्ताह ही शेष होने के कारण अब खरीदी केंद्रों में साफ सफाई जारी है। खरीदी शुरू होने से पहले पूरी तरह से केंद्रों को तैयार करने के निर्देश नोडल व सहायक नोडल अधिकारी ने खरीदी केंद्र प्रभारियों को दिया है।
जिला नोडल अधिकारी चिंताराम रावटे ने बताया कि जिले के सभी खरीदी केंद्रों में तैयारी शुरू कर दी गई है। इस बार 22 नई सेवा सहकारी समितियों का गठन किया गया है। इस बार 160 धान खरीदी केंद्र बनाए जाएंगे। खरीदी शुरू होने से पहले तैयारी पूर्ण कर ली जाएगी।