बालोद जिले में 26 जून से नए शिक्षण सत्र की शुरुआत होगी। इस साल भी बच्चों को जर्जर स्कूलों में बैठना पड़ेगा। शिक्षा विभाग व शासन के दावों के बावजूद अभी तक स्कूलों की मरम्मत व नए स्कूल भवन निर्माण शुरू नहीं हुआ है।
Dilapidated Building बालोद जिले में 26 जून से नए शिक्षण सत्र की शुरुआत होगी। इस साल भी बच्चों को जर्जर स्कूलों में बैठना पड़ेगा। शिक्षा विभाग व शासन के दावों के बावजूद अभी तक स्कूलों की मरम्मत व नए स्कूल भवन निर्माण शुरू नहीं हुआ है। उम्मीद थी कि नए शिक्षण सत्र शुरू होने से पहले ही भवन बन जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
स्कूल जतन योजना के तहत इन स्कूलों की मरम्मत की जा रही है, जिसमें से अभी तक 42 स्कूलों में काम शुरू नहीं हुआ है। 106 स्कूलों में काम चल रहा है। स्कूल ही जर्जर हैं तो कैसे स्कूल चलें हम। हालांकि मरम्मत व निर्माण कार्य स्कूल खुलने से पहले ही करा लेने की बात कही जा रही थी।
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दो साल पहले भेंट मुलाकात के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घोषणा की थी कि पीपरछेड़ी, गुरुर, कमकापार, सांकरा (ज) में नए स्कूल भवन की घोषणा की थी। शासन ने इसके लिए राशि भी जारी कर दी है, लेकिन लोकनिर्माण विभाग ने गुरुर स्कूल को छोड़ बाकी तीन स्कूलों में काम भी शुरू नहीं किया है। चारों स्कूलों के नए भवन निर्माण के लिए कुल 4 करोड़ 84 लाख 64 हजार रुपए की राशि जारी हुई है।
जिले के सांकरा (ज) हायर सेकंडरी स्कूल कई साल से जर्जर है। यहां सिर्फ घोषणा चल रही है। घोषणाओं पर अमल नहीं हुआ है। जर्जर स्कूल की छत से लटकते पंखे भी गिर गए। प्लास्टर भी गिर रहा है। कमरों में सीपेज है।
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इस स्कूल के बाहर एक बड़ा पेड़ है। इसी पेड़ पर गिरता हुआ भवन टिका है। यह पेड़ न होता तो कभी भी भवन ढह जाता। यहां के स्कूली बच्चे डर के साए में पढ़ाई कर रहे हैं। शासन-प्रशासन को इससे कोई मतलब नहीं। यहां छत से प्लास्टर व पंखा गिरने का भी मामला सामने आ चुका है। अब स्कूल भवन निर्माण में देरी समझ से परे है।
स्कूल जतन योजना के तहत जिले के 958 स्कूलों की मरम्मत, अतिरिक्त कमरा निर्माण, शौचालय निर्माण सहित अन्य कार्य कराना था। लगभग दो साल में 810 स्कूलों में काम पूरा हुआ है। 106 स्कूलों में काम जारी है। 42 स्कूल में अभी तक काम शुरू नहीं हुआ है। इसके अलावा शिक्षा विभाग ने जिले के 133 जर्जर स्कूलों की सूची भी शासन को भेजा है।
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शिक्षा विभाग व लोक निर्माण विभाग की साफ लापरवाही देखी जा रही है। आरईएस एवं लोक निर्माण विभाग को ही स्कूलों की मरम्मत का जिम्मा दिया गया है। सुस्त गति के कारण आज तक काम पूरा नहीं हो पाया है।
ब्लॉक - जर्जर स्कूल
बालोद - 36
गुरुर - 30
गुंडरदेही - 46
डौंडीलोहारा - 10
डौंडी - 11
(इन कुल 133 जर्जर स्कूलों की मरम्मत के लिए शासन को पत्र भेजा गया है।)
जिले में कुल स्कूल - 1402
प्राथमिक स्कूल - 816
माध्यमिक स्कूल - 408
हाई स्कूल - 45
हायर सेकंडरी स्कूल - 133
इस मामले में लोक निर्माण विभाग के ईई मधेश्वर प्रसाद से जानकारी लेने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
बालोद डीईओ पीसी मरकले ने कहा कि स्कूल जतन योजना के तहत 30 जून तक काम पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। जिन स्कूलों के लिए नए भवन बनाना है, आखिर काम क्यों रुका हुआ है। लोक निर्माण विभाग से जानकारी ली जाएगी।