आयुक्त ने बलरामपुर जिले की 53 सहकारी समितियां की 19 बिंदु पर जांच रिपोर्ट मांगी है। माना जा रहा है कि खाद वितरण व्यवस्था में किसी स्तर पर यदि गड़बड़ी हुई होगी। तो उसकी पोल इस जांच रिपोर्ट में खुल जाएगी। इसके लिए मंडलीय स्तर के अधिकारियों को लगाया गया है।
खाद वितरण की पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के लिए आयुक्त देवीपाटन शशि भूषण लाल सुशील ने बड़ी कार्रवाई की है। मंडल के विभिन्न विभागों के मण्डलीय अधिकारियों को बलरामपुर जिले की 53 सहकारी समितियों की जांच के लिए नामित किया गया है। सभी अधिकारी 19 बिंदुओं पर विस्तृत निरीक्षण करेंगे। जिसमें सहकारी समितियों में कृषकों को उर्वरक वितरण व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित होने। समितियां के समय से खुलने बंद होने एवं उर्वरक वितरण, स्टाक की स्थिति की जांच जैसे पहलू शामिल रहेंगे।
खाद्य वितरण की निर्धारित व्यवस्था के अनुसार, सभी नामित अधिकारी 30 अगस्त को अपनी जांच रिपोर्ट उपायुक्त एवं उपनिबंधक सहकारिता को सौंपेंगे। तत्पश्चात, सभी रिपोर्टें देवीपाटन मंडल आयुक्त को प्रस्तुत की जाएंगी।
इस जांच अभियान में उपायुक्त खाद्य, उपनिदेशक पंचायत, अपर निदेशक पशुपालन, संयुक्त निदेशक उद्योग, उप श्रमायुक्त, उपनिदेशक समाज कल्याण, उप गन्ना आयुक्त, उप आबकारी आयुक्त, अधीक्षण अभियंता नलकूप, उपनिदेशक दिव्यांगजन कल्याण, उपनिदेशक पिछड़ा वर्ग कल्याण, क्षेत्रीय दुग्धशाला विकास अधिकारी, उपनिदेशक उद्यान, अधीक्षण अभियंता ड्रेनेज, अधीक्षण अभियंता जल निगम ग्रामीण, संभागीय खाद्य नियंत्रक, क्षेत्रीय खादी ग्रामद्योग अधिकारी, उपनिदेशक मंडी निर्माण, उप मुख्य परवीक्षा अधिकारी, सहायक निदेशक बेसिक शिक्षा, संयुक्त निदेशक कृषि एवं अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई जैसे वरिष्ठ अधिकारी शामिल किए गए हैं।
मंडलायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जांच पूरी तरह निष्पक्ष, समयबद्ध और पारदर्शी होनी चाहिए। किसी भी स्तर पर लापरवाही पाई गई तो जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।