स्वामी प्रसाद मौर्या के एक बार फिर से बोल बिगड़ गए हैं। इस बार उन्होंने हिंदू देवी-देवताओं पर टिप्पणी की है। यह टिप्पणी उन्होंने बांदा जिले में एक कार्यक्रम के दौरान की।
बांदा : उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और 'अपनी जनता पार्टी' के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले बयान दिए हैं। बांदा जिले के एक कार्यक्रम में उन्होंने हिंदू देवी-देवताओं पर तंज कसते हुए कहा कि क्या किसी अन्य धर्म में चार, दस या 20 हाथ वाले देवता हैं? मौर्य ने इसे 'पाखंड' करार दिया और जोर देकर कहा कि अन्य धर्मों में ऐसी प्रथाएं नहीं हैं।'
मौर्य ने बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर सीधा प्रहार किया। उन्होंने शास्त्री की 'हिंदू राष्ट्र' की मांग को देशद्रोह करार देते हुए कहा, 'भारतीय संविधान सभी धर्मों का समान सम्मान करता है। किसी एक धर्म के नाम पर राष्ट्र की बात करना संविधान का अपमान है, जो देश को बंटवारे की ओर धकेलता है।' मौर्य ने शास्त्री को भाजपा का 'आशीर्वाद प्राप्त' बताया उसके आगे कहा, 'ऐसे व्यक्ति को जेल में होना चाहिए। यह राष्ट्र के साथ गद्दारी है।'
कार्यक्रम के दौरान मौर्य ने बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों को ईवीएम से जोड़ते हुए भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया, 'लोकतंत्र खतरे में है। बिहार में भाजपा के नेता प्रचार के समय भागते फिरे, फिर भी प्रचंड बहुमत मिला, यह ईवीएम तंत्र की जीत है। भाजपा इसका दुरुपयोग कर रही है, अब बंगाल में भी यही होगा।' मौर्य ने मांग की, 'ईवीएम हटाओ, बैलेट पेपर लाओ, ताकि लोकतंत्र सुरक्षित रहे।'
स्वामी प्रसाद मौर्य ने मोदी सरकार की दमकर आलोचना की। उन्होंने कहा, 'मोदी जी विश्व गुरु का सपना दिखाते हैं, लेकिन उनके आने से देश गरीब और लाचार हो गया। कानून-व्यवस्था ध्वस्त है, खासकर उत्तर प्रदेश में अपराध सबसे ज्यादा बढ़ा। सरकारी संस्थानों को बेच दिया गया, जो साबित करता है कि मोदी देश नहीं चला पा रहे।'
अपनी जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य रविवार को संविधान सम्मान व जनहित हुंकार यात्रा के तहत हमीरपुर पहुंचे। इस दौरान उनका जमकर विरोध हुआ, जहां बीजेपी कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए और जय श्रीराम, वंदे मातरम तथा स्वामी प्रसाद मौर्य मुर्दाबाद के नारे लगाए। स्वामी प्रसाद मौर्य हिंदू धर्म और रामचरितमानस पर दिए गए विवादित बयानों के कारण पहले भी कई बार विरोध का सामना कर चुके हैं। इससे पहले उनके साथ लखनऊ में थप्पड़ कांड जैसी घटना भी हो चुकी है, जब एक युवक ने कार्यक्रम के दौरान मौर्य को मंच पर ही थप्पड़ मार दिया था।
यूपी के पूर्व मंत्री और अपनी जनता पार्टी के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने बयान दिया था कि 'जय श्रीराम' और 'जय बजरंगबली' जैसे धार्मिक नारे अब दंगा कराने और नफरत फैलाने का लाइसेंस बन चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार और उसके समर्थक इन नारों का इस्तेमाल धार्मिक उन्माद फैलाने के लिए करते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद ऐसी घटनाओं को बढ़ावा दे रहे हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने दीपावली के त्यौहार के दिन होने वाली देवी लक्ष्मी की पूजा पर ही सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा था कि अगर पूजा करने से ही धन आता तो भारत दुनिया के गरीब देशों में शामिल नहीं होता।