बेंगलूरु में कार्यशालाएं जवाहरलाल नेहरू तारामंडल Jawaharlal Nehru Planetarium में आयोजित की जाएंगी और एक महीने में शुरू होने की उम्मीद है।
कर्नाटक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग जल्द ही राज्य Karnataka भर के शिक्षकों के लिए दूरबीनों तक पहुंच प्रदान करने (पीएटी) के प्रमुख कार्यक्रम के तहत कार्यशालाएं शुरू करेगा। बेंगलूरु में कार्यशालाएं जवाहरलाल नेहरू तारामंडल Jawaharlal Nehru Planetarium में आयोजित की जाएंगी और एक महीने में शुरू होने की उम्मीद है।
इस कार्यक्रम के एक भाग के रूप में, विभाग राज्य भर के 833 आवासीय सरकारी स्कूलों में दूरबीनें telescopes वितरित करने की प्रक्रिया में है। राज्य भर के उच्च विद्यालयों में इस योजना के विस्तार की योजना है।विभाग केएसटीइपीएस और भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान (आइआइए) के सहयोग से प्रशिक्षण कार्यशालाओं का आयोजन करेगा, जिसमें कक्षा और रात्रि आकाश अवलोकन सत्र दोनों शामिल होंगे।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री एन. एस. बोसराजू ने बताया कि प्रशिक्षण सत्रों में शिक्षकों को खगोलीय कैलेंडर पढऩे और उसी समय के आसपास स्कूल के कार्यक्रमों की योजना बनाने के बारे में एक मैनुअल भी प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केवल सैद्धांतिक शिक्षण के बजाय, शिक्षक ग्रहों, तारों, चंद्रमा और अन्य खगोलीय पिंडों को दिखाने के लिए दूरबीनों का लाइव प्रदर्शन कर सकते हैं। शिक्षक कक्षा के दौरान या स्कूल के बाद अवलोकन सत्र आयोजित कर सकते हैं।
जवाहरलाल नेहरू तारामंडल के निदेशक बी.आर. गुरुप्रसाद ने कहा, बेंगलूरु के मौसम को देखते हुए, अक्टूबर की शुरुआत में कार्यशालाएं आयोजित करना संभव नहीं लगता, क्योंकि बाहरी सत्र आयोजित करने के लिए साफ आसमान की आवश्यकता होती है। इस बीच, हम एक सूचनात्मक मॉड्यूल तैयार करने की प्रक्रिया में हैं।