केएफडी के लिए एक टीका 2026 तक उपलब्ध होने की उम्मीद है। वैक्सीन की व्यवस्था को लेकर आइसीएमआर से बात हो चुकी है और जल्द से जल्द वैक्सीन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडूराव ने मंगलवार को केएफडी Monkey Fever (मंकी बुखार) प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। शिवमोग्गा के सागर तालुक में अरलगोडु, तलावत और हिरेमाने सहित शरावती घाटी के किनारे के गांवों के लोगों से मुलाकात की।
मंत्री ने ग्रामीणों से आह्वान किया कि वे केएफडी KFD के प्रति अधिक जागरूक रहें और सरकार आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएगी। उन्होंने अधिकारियों को समय रहते जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि केएफडी के लिए एक टीका 2026 तक उपलब्ध होने की उम्मीद है। वैक्सीन की व्यवस्था को लेकर आइसीएमआर से बात हो चुकी है और जल्द से जल्द वैक्सीन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है।
बाद में मीडिया को जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि केएफडी से कोई मौत नहीं होनी चाहिए। केएफडी एक इलाज योग्य बीमारी है। यदि सावधानी बरती जाए तो मौतों को रोका जा सकता है। सिद्धपुर और सागर तालुकों में पिछले साल केएफडी अधिक देखी गई थी। इस बार पहले से ही जागरूकता बरती जा रही है।मंत्री ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि केएफडी प्रभावित क्षेत्रों के लिए एक अलग मोबाइल क्लिनिक प्रदान किया जाएगा। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ही स्थानीय स्तर पर चिकित्सकों के रहने के लिए बुनियादी ढांचा तैयार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि गर्मी के दिनों में जंगल Karnataka forest जाने वाले लोगों को अधिक सावधान रहना चाहिए। जरूरी दवाओं की कमी न हो, इस पर विभाग विशेष ध्यान देगा।