उत्तर कन्नड़ जिला प्रशासन ने जुलाइ में हुए शिरूर भूस्खलन के कारण नदी से भारी मलबा साफ करने के लिए गोवा से एक फ्लोटिंग क्राफ्ट ड्रेजर तैनात किया है। पहले खोज अभियान का नेतृत्व करने वाले सेवानिवृत्त मेजर जनरल इंद्रबालन नायर सोमवार को शिरूर पहुंचेंगे।
शिरूर: उत्तर कन्नड़ जिला प्रशासन ने जुलाइ में हुए शिरूर भूस्खलन के कारण नदी से भारी मलबा साफ करने के लिए गोवा से एक फ्लोटिंग क्राफ्ट ड्रेजर तैनात किया है। पहले खोज अभियान का नेतृत्व करने वाले सेवानिवृत्त मेजर जनरल इंद्रबालन नायर सोमवार को शिरूर पहुंचेंगे। कारवाड़ के विधायक सतीश कृष्ण सैल ने यह जानकारी देते हुए कहा कि लॉरी चालक अर्जुन समेत लापता अन्य लोगों की तलाश सोमवार को भी गंगावली नदी में जारी रहेगी।
इंद्रबालन के नेतृत्व वाली सेना की टीम ने जुलाई में ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रेडार (जीपीआर) का उपयोग कर खोज के दौरान कुछ स्थानों को देखा था। माना जा रहा है कि गंगावली नदी में आगे की खोज में उनका अनुभव मददगार होगा।
बताया गया है कि भूस्खलन में बहे टैंकर लॉरी के कुछ हिस्से शनिवार से चल रहे खोज अभियान के दौरान बरामद किए गए हैं। हालांकि, मत्स्य पालन मंत्री मंगल वैद्य ने दावा किया कि नदी से अब तक अर्जुन के ट्रक का कोई अवशेष बरामद नहीं हुआ है।
शिरूर में 16 जुलाई को हुए भारी भूस्खलन के बाद नदी के किनारे से ट्रक चालक अर्जुन लापता हो गया था। जमीन और पानी में 13 दिनों तक चली तलाशी के बाद भी अर्जुन का कोई सुराग नहीं मिला था।
इस बीच, उत्तर कन्नड़ जिला प्राधिकरण ने पुष्टि की है कि विभिन्न उपकरणों का उपयोग कर चलाए गए तलाश अभियान के दौरान नदी के तल में किसी भी मानव की मौजूदगी का पता नहीं चला। हालांकि, कर्नाटक उच्च न्यायालय द्वारा राज्य सरकार को तलाशी फिर से शुरू करने का आदेश दिए जाने के बाद जिला प्राधिकरण ने तलाश फिर से शुरू करने का फैसला किया।
इस बीच, गोताखोर ईश्वर मालपे ने शिरूर भूस्खलन के बाद लापता हुए मलयाली लॉरी चालक अर्जुन की तलाश आखिरकार बंद कर दी है। लेकिन मालपे ने स्थानीय प्रशासन और जिला पुलिस से समर्थन की कमी और दुर्व्यवहार का आरोप लगा कर इस मामले को विवाद का रूप दे दिया है। मालपे ने भारी मन से तलाश खत्म करने की वजह बताते हुए अपनी निराशा जाहिर की।
इसके जवाब में कारवाड़ के विधायक सतीश कृष्ण ने मालपे की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि वे अक्सर फेसबुक और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ध्यान आकर्षित करने के लिए प्रशासन को दोषी ठहराते रहते हैं। कृष्णा ने उन पर ऑनलाइन फॉलोअर्स बढ़ाने के लिए तमाम बयानबाजी करने का आरोप लगाया।
कृष्णा ने कहा, वे (मालपे) बहुत अच्छे इंसान हैं, लेकिन वह लगातार जिला प्रशासन पर उनका समर्थन नहीं करने का आरोप लगाते हैं। उन्होंने कहा कि एक विधायक के तौर पर वे हर दिन मौके पर मौजूद रहते हैं। लेकिन, मालपे बिना किसी चेतावनी के नदी में गोता लगाते हैं। ऐसा लगता है कि यह ऑनलाइन फॉलोइंग बनाने की कोशिश है।
इस बीच, केरल का मीडिया कुछ और भी प्रशासन विरोधी कहानियां चला रहा है। केरल के एक अखबार की खबर के अनुसार अर्जुन की लॉरी के मालिक मनाफ ने दावा किया कि जिला पुलिस अधीक्षक ने उन्हें धमकाया। मनाफ ने आरोप लगाया, उन्होंने हमें जल्दी से चले जाने को कहा। इसके पीछे कुछ रहस्य हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि कई वाहन पानी में डूबे हुए हैं और अगर यह जानकारी बाहर आती है, तो एसपी और कलेक्टर के लिए मुश्किल हो सकती है। वे ऐसा होने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं। मनाफ ने आगे कहा कि एसपी ने उन्हें धमकी दी कि अगर वे जल्दी नहीं गए तो वे उन्हें मार देंगे।