30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सुरक्षा मानकों की अनदेखी के कारण मैचों की अनुमति से इनकार : परमेश्वर

4 जून को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरु Royal Challengers Bangalore (आरसीबी) की आइपीएल जीत के जश्न के दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई थी, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद सरकार ने मामले की जांच के लिए जस्टिस कुन्हा आयोग का गठन किया था।

2 min read
Google source verification
मंत्रिमंडल में चर्चा हुई और अंतिम निर्णय लेने का अधिकार गृह मंत्री को सौंपा गया

file photo

- चिन्नास्वामी स्टेडियम: केएससीए को को जस्टिस कुन्हा आयोग की सिफारिशें लागू करने की हिदायत

कर्नाटक Karnataka के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने कहा कि सुरक्षा और संरक्षा मानकों का पालन किए बिना शहर के चिन्नास्वामी स्टेडियम Chinnaswamy Stadium में किसी भी क्रिकेट Cricket मैच के आयोजन की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि स्टेडियम का प्रबंधन करने वाली कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) अभी तक जस्टिस जॉन माइकल कुन्हा आयोग की सिफारिशों को लागू करने में विफल रही है, इसी कारण मैचों की इजाजत नहीं दी गई।

जल्दबाजी में फैसला नहीं

गृह मंत्री ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार इस संवेदनशील मामले में कोई जल्दबाजी में फैसला नहीं लेगी। उन्होंने दोहराया कि जब तक आयोग की सिफारिशों का पालन नहीं किया जाता, तब तक चिन्नास्वामी स्टेडियम में मैच आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जा सकती।

उसे भी अस्वीकार कर दिया

इससे पहले, बेंगलूरु पुलिस आयुक्त सीमांत कुमार सिंह ने मंगलवार को बताया था कि बुधवार को प्रस्तावित विजय हजारे ट्रॉफी मैच के लिए स्टेडियम को अनुमति नहीं दी गई है। केएससीए ने दर्शकों के बिना मैच आयोजित करने का अनुरोध किया था, लेकिन उसे भी अस्वीकार कर दिया गया।

 गौरतलब है कि 4 जून को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरु Royal Challengers Bangalore  (आरसीबी) की आइपीएल जीत के जश्न के दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई थी, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद सरकार ने मामले की जांच के लिए जस्टिस कुन्हा आयोग का गठन किया था।

अंतिम निर्णय लेने का अधिकार गृह मंत्री को सौंपा गया

परमेश्वर ने बताया कि पूर्व क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद के नेतृत्व में नई केएससीए टीम के चुने जाने के बाद संघ के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से मुलाकात कर स्टेडियम में मैच कराने की अनुमति मांगी थी। इस पर मंत्रिमंडल में चर्चा हुई और अंतिम निर्णय लेने का अधिकार गृह मंत्री को सौंपा गया।

पालन नहीं किया गया

उन्होंने कहा कि आयोग की रिपोर्ट आने के बाद केएससीए को सिफारिशें भेजी गई थीं, लेकिन अभी तक उनका पालन नहीं किया गया है। इसके बाद ग्रेटर बेंगलूरु प्राधिकरण (जीबीए) के मुख्य आयुक्त महेश्वर राव की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई, जिसमें पुलिस आयुक्त और विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। इस समिति ने हाल ही में स्टेडियम का निरीक्षण किया।

प्रमुख सिफारिश को लागू नहीं किया

 गृह मंत्री के अनुसार, निरीक्षण में यह सामने आया कि केएससीए ने आयोग की किसी भी प्रमुख सिफारिश को लागू नहीं किया है। इसी आधार पर यह फैसला लिया गया कि फिलहाल स्टेडियम में मैच आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जा सकती।

लिए अनुपयुक्त और असुरक्षित

जस्टिस कुन्हा आयोग की रिपोर्ट में चिन्नास्वामी स्टेडियम के डिजाइन और ढांचे को बड़ी भीड़ के लिए अनुपयुक्त और असुरक्षित बताया गया है। सिफारिशों में पर्याप्त प्रवेश और निकास द्वार, सार्वजनिक सड़कों से अलग कतार और सर्कुलेशन ज़ोन, अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार आपातकालीन निकासी योजना और पर्याप्त पार्किंग जैसी व्यवस्थाएं शामिल हैं।

परमेश्वर ने कहा कि केएससीए को कुल 17 सिफारिशें भेजी गई हैं और पुलिस आयुक्त ने महत्वपूर्ण बिंदुओं से भी अवगत कराया है। जब तक कम से कम अल्पकालिक सिफारिशों को लागू नहीं किया जाता, तब तक अनुमति पर विचार संभव नहीं है।

गौरतलब है कि चिन्नास्वामी स्टेडियम में आयोजन की अनुमति नहीं मिलने के बाद विजय हजारे ट्रॉफी के मैच अब शहर के बाहरी इलाके में केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास स्थित बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में आयोजित किए जाएंगे।