नाटक ने एचआइवी-एड्स से जुड़े मिथकों को तोड़ते हुए रोकथाम के उपायों को प्रभावी ढंग से दर्शाया।
डॉ. मनमोहन सिंह बेंगलूरु सिटी यूनिवर्सिटी ने सोमवार को विश्व एड्स दिवस World Aids Day के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। छात्रों और आम जनता को एचआइवी संक्रमण, रोकथाम और समय पर जांच व उपचार के महत्व के बारे में जागरूक किया।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण था नुक्कड़ नाटक, जिसका निर्देशन डॉ. संगप्पा वग्गर ने किया। छात्रों द्वारा प्रस्तुत इस नाटक ने एचआइवी-एड्स से जुड़े मिथकों को तोड़ते हुए रोकथाम के उपायों को प्रभावी ढंग से दर्शाया।
कुलपति प्रो. रमेश ने कहा कि एचआइवी का कोई स्थाई इलाज नहीं है। एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी की मदद से संक्रमित व्यक्ति वायरस को नियंत्रित रखते हुए स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। समय पर उपचार न मिलने पर एचआइवी एड्स में बदल सकता है।
उन्होंने जागरूकता बढ़ाने और समुदाय में साझा जिम्मेदारी विकसित करने के महत्व पर जोर दिया। इसके बाद पीड़ितों के प्रति एकजुटता के प्रतीक के रूप में वाकाथॉन का आयोजन किया गया।