उन्होंने स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं की स्थायी प्रासंगिकता पर भी जोर दिया और युवाओं से आध्यात्मिकता, संस्कृति और एकता की भावना को अपनाने का आह्वान किया।
राज्यपाल थावरचंद गहलोत Thawar Chand Gehlot ने चतुर्थ चरण, हीरक पंख और राज्य पुरस्कार प्रमाण पत्र प्रदान करने के समारोह के दौरान स्काउट्स और गाइड्स Scouts and Guides द्वारा प्रदर्शित अटूट साहस, दृढ़ संकल्प और निस्वार्थ सेवा की सराहना की। इस कार्यक्रम में शावक, बुलबुल, स्काउट्स, गाइड्स, रोवर्स और रेंजर्स की उपलब्धियों को मान्यता दी गई।
राज्यपाल गहलोत ने अपने संबोधन में संगठन के आदर्श वाक्य तैयार रहो और सेवा करो को कायम रखने के लिए भारत स्काउट्स और गाइड्स की प्रशंसा की। उन्होंने स्वच्छता अभियान, स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम, वृक्षारोपण, प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत और पुनर्वास तथा पर्यावरण और साक्षरता संरक्षण अभियानों में सक्रिय भागीदारी के माध्यम से समाज और राष्ट्र के लिए उनके महत्वपूर्ण योगदान की सराहना की।
उन्होंने कहा कि पिछले 100 वर्षों में कर्नाटक ने स्काउट्स और गाइड्स आंदोलन के माध्यम से 7.5 लाख से अधिक स्वयंसेवकों को तैयार किया है। उन्होंने स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं की स्थायी प्रासंगिकता पर भी जोर दिया और युवाओं से आध्यात्मिकता, संस्कृति और एकता की भावना को अपनाने का आह्वान किया।
कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष यू.टी. खादर और कर्नाटक राज्य के भारत स्काउट्स एवं गाइड्स के मुख्य आयुक्त पी.जी.आर. सिंधिया सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति समारोह में उपस्थित थे।