बांसवाड़ा जिला मुख्यालय के बाल संप्रेषण गृह में सेंध लगाकर बीती रात को चार अपचारी भाग छूटे। मामले से बाल अधिकारिता विभाग और संप्रेषण गृह की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े हुए, तो विभाग में हडकंप मचा रहा।
बांसवाड़ा। जिला मुख्यालय के बाल संप्रेषण गृह में सेंध लगाकर बीती रात को चार अपचारी भाग छूटे। मामले से बाल अधिकारिता विभाग और संप्रेषण गृह की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े हुए, तो विभाग में हडकंप मचा रहा। दूसरे दिन रिपोर्ट पर पुलिस ने अपचारियों की तलाश शुरू की है।
पुलिस के अनुसार घटना संप्रेषण गृह में पीछे की तरफ शातिर अपचारियों ने दीवार से चारपाइयां सटाकर उसके नीचे से की और यहां खिडक़ी के नीचे सुराख किया। उससे निकलने के बाद संप्रेषण गृह की बाहर की चारदीवारी पर की गई तारबंदी को मोडक़र घेरा बनाया और उससे निकलकर फरार हो गए। मामले को लेकर बाल संप्रेषण गृह अधीक्षक की ओर से कोतवाली में रिपोर्ट दी गई।
इसमें घटनाक्रम का उल्लेख कर तलाश कर वापस किशोरों को दाखिल कराने का आग्रह किया गया। प्रकरण में डीएसपी गोपीचंद मीणा ने बताया कि बाल संप्रेषण गृह से भागे बाल अपचारी चोरी-नकबजनी जैसे मामलों लिप्त रहने पर डिटेन किए गए थे। प्रकरण को गंभीरता से लेकर कोतवाली थानाधिकारी देवीलाल के नेतृत्व में टीम जांच में जुटाई है।
संप्रेषण गृह में सेंधमारी शातिर अंदाज में बाल अपचारियों ने की। उन्होंने यहां भंगार में डाले गए दरवाजों के कुंदों-नखुचों का इस्तेमाल दीवार में छेद करने के लिए किया। शोर नहीं हो और इसकी किसी को भनक नहीं लगे, इसके लिए उन्होंने चारपाइयां दीवार से सटाकर लगाईं और उन पर बिस्तरों का ढेर लगा दिया। फिर नीचे घुसकर खुदाई की। साथ ही पुराना आवाज करने वाला पंखा भी चालू रखा, जिससे बाहर खुदाई का शोर नहीं पहुंच सके। फिर खुदाई से दीवार की सीमेंट-रेत का मसाला उतरने के बाद ईंटें टूट-फूट गईं और जब निकलने लायक रास्ता बन गया तो बाल अपचारियों ने शर्ट टांगकर सीसीटीवी कैमरे को ढक दिया और वारदात को अंजाम दे गए।