लम्बे इंतजार के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के मैदान में उतरते ही चुनावी माहौल में नई गर्मी आ गई है।
बारां। लम्बे इंतजार के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मंगलवार को अंता विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए मैदान में उतर गईं। बारां में मीडियाकर्मियों से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह उपचुनाव जनबल और धनबल के बीच है। एक तरफ जनता की ताकत तो दूसरी तरफ रुपयों की। चूंकि जनबल हमारे साथ है, इसलिए तय मानिए कि जनबल ही जीतेगा।
राजे ने कहा कि जनता की भावनाओं को देखते हुए ही पार्टी ने मोरपाल सुमन को प्रत्याशी बनाया है। यह चुनाव अंता की जनता और भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता लड़ रहा है। राजे ने कहा कि वह क्षेत्र का ध्यान रखेंगी। पार्टी ने मुझ पर विश्वास किया तो यह उन पर एक कर्ज है। उस कर्ज को चुकाना जिम्मेदारी बनती है। बारां से राजे सीसवाली और अंता पहुंची, जहां उन्होंने मंडल कार्यकर्ताओं की बैठक ली। उन्होंने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से वन टू वन बात की।
वहीं राजस्थान सरकार में वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा ने बारां, मांगरोल, सीसवाली, अंता आदि विभिन्न क्षेत्रों में पहुंच कर कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों तथा समाज के विभिन्न वर्गों से संवाद किया। उन्होंने डोटासरा द्वारा अंता क्षेत्र में दिए गए बयान की भी निंदा की।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा गुरुवार को अंता विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में रोड शो करेंगे। उपचुनाव की घोषणा के बाद पहली बार सीएम का यहां जाने का कार्यक्रम बना है। वहीं, मंगलवार को पूर्व सीएम वसुंधरा राजेे ने अंता में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार किया।
अंता उपचुनाव में 9 नवम्बर शाम पांच बजे तक चुनाव प्रचार होगा। भाजपा के दिग्गज नेताओं की अंता उपचुनाव में कमी खल रही है। अभी तक बड़े नेताओं में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे एक-एक बार यहां चुनाव प्रचार कर चुके हैं।