जनसुनवाई के दौरान सनवाड़ा के पूर्व सरपंच बद्रीलाल सहरिया ने जिला कलक्टर को बताया कि सनवाड़ा गांव से करीब तीन किलोमीटर दूर पहाड़ियों और जंगलों के बीच बसे सहरिया समुदाय (सहराना) के 40 परिवारों को अब तक बिजली कनेक्शन नहीं मिला है।
राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंशा अनुसार ग्रामीणों से सीधा संवाद स्थापित करने के लिए आयोजित की जा रही रात्रि चौपालों ने जनसमस्याओं के त्वरित समाधान की मिसाल कायम की है। आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि ऐसी ही एक पहल जिला कलक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर के नेतृत्व में तब देखने को मिली, जब उन्होंने 23 मई को बारां के शाहाबाद ब्लॉक के दुर्गम पहाड़ियों के बीच बसे गांव सनवाड़ा में रात्रि चौपाल आयोजित करके जनसुनवाई की।
जनसुनवाई के दौरान सनवाड़ा के पूर्व सरपंच बद्रीलाल सहरिया ने जिला कलक्टर को बताया कि सनवाड़ा गांव से करीब तीन किलोमीटर दूर पहाड़ियों और जंगलों के बीच बसे सहरिया समुदाय (सहराना) के 40 परिवारों को अब तक बिजली कनेक्शन नहीं मिला है। बस्ती में रहने वाले 200 से अधिक लोग सालों से अंधेरे में जीवन यापन कर रहे हैं।
यह सुनते ही जिला कलक्टर ने त्वरित निर्णय लेते हुए रात्रि 11 बजे स्वयं मौके पर जाकर निरीक्षण किया। उन्होंने वहां मौजूद अधीक्षण अभियंता एनएम बिलोटिया को तुरंत सर्वेक्षण करके 15 दिन में विद्युतीकरण का कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। अधीक्षण अभियंता एनएम बिलोटिया ने जिला कलक्टर के निर्देशों पर अन्य विभागों के समन्वय से केवल 20 दिन में संपूर्ण विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण कर दिया।
यह वीडियो भी देखें
केवल बिजली ही नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत इन सहरिया परिवारों को पक्के मकान भी स्वीकृत किए गए हैं। अब ये परिवार, जो वर्षों तक झोपड़ियों और कच्चे घरों में जीवनयापन कर रहे थे, अब पक्की छत और रोशनी की सुविधा से युक्त मकानों में रहेंगे।