सनवाड़ा ग्राम पंचायत के पठारी गांव की नदी में मगरमच्छ लोगों के आतंक का पर्याय बन चुका है। ग्रामीणों के अनुसार यह मगरमच्छ अब तक करीब एक दर्जन मवेशियों को अपना शिकार बना चुका है।
वन विभाग कह रहा, पानी से बाहर आएगा तब पकड़ेंगे
देवरी. सनवाड़ा ग्राम पंचायत के पठारी गांव की नदी में मगरमच्छ लोगों के आतंक का पर्याय बन चुका है। ग्रामीणों के अनुसार यह मगरमच्छ अब तक करीब एक दर्जन मवेशियों को अपना शिकार बना चुका है। ग्रामीण सोहन यादव, मोहन यादव, उधम, दामोदर, सुमत यादव ने बताया कि मगरमच्छ रोज ही शिकार कर पशुओं को नुकसान पहुंचा रहा है। बीते 4 दिन में करीब एक दर्जन जानवरों को मगरमच्छ ने खाकर मार दिया है। तो वहीं कई पशु घायल अवस्था में हैं। इनका ग्रामीणों ने पशु चिकित्सक से इलाज करवा रहे हैं। इस बात की जानकारी ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों को भी दी है। नदी के आसपास गांव वालों के खेत होने के कारण वह भी अपने खेतों पर नहीं जा पा रहे हैं।
किसी ने गंवाया पैर तो किसी की पीठ पर घाव
ग्रामीणों ने बताया कि मगरमच्छ के कारण ग्रामीण भी दहशत में है। नदी में पानी अधिक होने के कारण कोई कुछ नहीं कर पा रहा है। मगर ने कई पशुपालकों की भैंस पर हमला कर दिया। कई पशुओं की पीठ पर हमला कर नुकसान पहुंचाया है। कई ग्रामीणों के पशु लापता हैं, मगरमच्छ द्वारा इनका शिकार करने की आशंका ग्रामीण जता रहे हैं।
नदी में मगरमच्छ होने के कारण उसे पकडऩा मुश्किल हो रहा है। मध्यप्रदेश में बारिश होने के कारण रोज नदी में तेज पानी आता है। अगर मगरमच्छ बाहर आ जाए तो उसे पकड़ कर अन्य दूसरी जगह भेज दिया जाएगा। ग्रामीणों को कह रखा है मगरमच्छ बाहर आते ही वन विभाग को सूचना दें, जिससे उसे पकड़ा जा सके।
विनोद सहरिया, वन विभाग, देवरी