बारां

राख को लेकर पूर्व और मौजूदा विधायक हुए आमने-सामने

राठौड़ ने पत्र में लिखा कि जब यही राख का ठेका इनके पास था, तब भी छबड़ा में ओवरलोड एवं खुले डंपर से पिछले दो साल से वाहन शहर से गुजरा करते थे, तब छबड़ा की जनता को राख से होने वाली परेशानी भाजपा के विधायक को क्यों नहीं दिखी।

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Jun 15, 2025
राठौड़ ने पत्र में लिखा कि जब यही राख का ठेका इनके पास था, तब भी छबड़ा में ओवरलोड एवं खुले डंपर से पिछले दो साल से वाहन शहर से गुजरा करते थे, तब छबड़ा की जनता को राख से होने वाली परेशानी भाजपा के विधायक को क्यों नहीं दिखी।

राठौड़ ने विधायक सिंघवी पर थर्मल की राख में कथित भ्रष्टाचार के लगाए आरोप

छबड़ा. इलाके में थर्मल की राख का मामला अब राजनीतिक तूल पकड़ रहा है। मामले में कांग्रेस के पूर्व विधायक करण सिंह राठौड़ ने मौजूदा विधायक प्रताप सिंह सिंघवी पर कथित भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि भाजपा विधायक के भाई ने दो साल से मोतीपुरा थर्मल प्लांट की राख का ठेका लेकर छबड़ा के रास्ते से ओवरलोड एवं खुले डंपर से परिवहन करके छीपाबडौद में बनने वाले बायपास के निर्माण में निवेश करके करोड़ों रुपए कमाए हैं। इसके जवाब में सिंघवी का कहना है कि वे ऐसा सुर्खियां बटोरने के लिए कर रहे हैं।

पूर्व विधायक करण सिंह राठौड़ ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर मोतीपुरा थर्मल पावर प्लांट के राख व्यवसाय में हुए भ्रष्टाचार की जांच की मांग की है। राठौड़ ने पत्र में लिखा कि जब यही राख का ठेका इनके पास था, तब भी छबड़ा में ओवरलोड एवं खुले डंपर से पिछले दो साल से वाहन शहर से गुजरा करते थे, तब छबड़ा की जनता को राख से होने वाली परेशानी भाजपा के विधायक को क्यों नहीं दिखी। अब जब मोतीपुरा थर्मल की राख कोटा के किसी व्यवसायी को जाने लगी तो अब इनको छबड़ा के नागरिकों की परेशानी दिखने लगी है। इसलिए इस पूरे प्रकरण की जांच करवाई जाए एवं दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए।

इस बारे में भाजपा के विधायक प्रताप सिंह सिंघवी का कहना है कि मोतीपुरा थर्मल से निकली राख को लेकर पूर्व विधायक करण सिंह राठौड़ द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद, भ्रामक और दुर्भावनापूर्ण हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उनके द्वारा निराधार आरोप फैलाए जा रहे हैं, जो न केवल जनता को गुमराह करते हैं, बल्कि छबड़ा क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न करने का कुत्सित प्रयास है। विधायक सिंघवी ने कहा कि मोतीपुरा थर्मल पावर प्लांट से राख का अनुबंध किसे दिया गया, यह एक प्रशासनिक और तकनीकी प्रक्रिया है, न कि विधायक का हस्तक्षेप क्षेत्र। उन्होंने कहा कि राठौड़ का यह आरोप कि ’’पूर्व में मेरे परिजन द्वारा ठेका लिया गया’’, एक राजनीतिक कल्पना है, इसके कोई तथ्यात्मक प्रमाण नहीं हैं। वे केवल मीडिया में आरोप लगाने के बजाय साक्ष्यों को सार्वजनिक करें। साथ ही, वे जिस एजेंसी से इसके तथ्यों की जांच करवाना चाहें तो मैं स्वयं उसी एजेंसी से जांच करवाने के लिए तैयार हूं।

राख परिवहन पर कई बार मामला उठाया

सिंघवी ने कहा कि उन्होंने राख परिवहन को लेकर स्थानीय समस्याओं पर अनेक बार मुख्यमंत्री को पत्र लिखे हैं और मामले को विधानसभा में उठाया है। खुले और ओवरलोड डंपरों की शिकायतों को लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देश देने के लिए सरकार से लगातार कार्रवाई की मांग कर रहा हूं। छीपाबड़ौद बायपास का निर्माण राजस्थान सरकार की एक दीर्घकालिक योजना का हिस्सा है, इसमें छबड़ा सहित पूरे क्षेत्र को लाभ होगा। पूर्व विधायक द्वारा यह कहना कि बायपास निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ है यह उनकी विकास विरोधी मानसिकता का परिचायक है। राठौड़ की आपत्ति केवल इसलिए है क्योंकि उनकी राजनीतिक जमीन खिसक चुकी है और अब वह निराधार आरोपों के सहारे सुर्खियां बटोरना चाहते हैं।

Published on:
15 Jun 2025 12:28 pm
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