अस्पताल में लगा फायर फाइटिंग सिस्टम पूर्णत: खराब स्थिति में है। यह सिस्टम वर्तमान में कार्यशील अवस्था में नहीं है। इससे आपातकालीन समय पर होने वाली अग्नि दुर्घटना पर फायर फाइटिंग नहीं की जा सकती है।
नगरपरिषद ने कहा, कार्यशील नहीं हंै आग बुझाने के यंत्र, अग्निशमन केन्द्र की टीम ने फायर प्लान मांगा तो बगलें झांकने लगे अधिकारी, पत्रिका में खबर प्रकाशित होने के बाद जागा प्रशासन
बारां. जिला अस्पताल में आग बुझाने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं है। अस्पताल में लगा फायर फाइटिंग सिस्टम पूर्णत: खराब स्थिति में है। यह सिस्टम वर्तमान में कार्यशील अवस्था में नहीं है। इससे आपातकालीन समय पर होने वाली अग्नि दुर्घटना पर फायर फाइटिंग नहीं की जा सकती है। अग्नि दुर्घटना होने की स्थिति में जान माल की हानि होने की आशंका है। यह खुलासा मंगलवार को जिला अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद नगरपरिषद के अग्निशमन केन्द्र की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में किया गया।
जयपुर हादसे के बाद पत्रिका ने उठाया मामला
उल्लेखनीय है कि जयपुर के एसएमएस अस्पताल में विद्युत स्पार्किंग के बाद आग लगने से मरीजों की मृत्यु होने की पीड़ा को गंभीरता से लेते हुए राजस्थान पत्रिका के 7 अक्टूबर के अंक में जिला अस्पताल के फायर फाइटिंग सिस्टम के हालात पर खबर प्रकाशित की गई थी। इसके बाद प्रशासन जागा और नगरपरिषद आयुक्त के निर्देश पर अग्निशमन केन्द्र की टीम ने निरीक्षण किया। टीम में सहायक अग्निशमन अधिकारी उवेश शेख फायरमैन सत्यनारायण मीणा, पृथ्वीराज मीणा, कीर्ति खत्री व नरेश सुमन शामिल थे।
नहीं मिला फायर प्लान
नगरपरिषद आयुक्त नागर ने बताया कि अग्निशमन टीम को भेजकर जिला अस्पताल का निरीक्षण कराया गया। इस दौरान अस्पताल परिसर में अग्निसुरक्षा और जीवन रक्षा के लिए स्थापित फायर फाइटिंग सिस्टम व उपकरण होज रील, होज पाइप बॉक्स, हाईडेन्ट प्वाइन्ट, स्मॉक डिटेक्टर्स, फायर अलार्म सिस्टम एवं फायर पम्प आदि खराब मिले। स्प्रिंकलर सिस्टम स्थापित नहीं है। इस सम्बन्ध में अस्पताल के अग्निशमन व्यवस्था प्रभारी सौभागमल मीणा से उपकरण कहां और कितनी संख्या में लगे है, खराब क्यों है एवं फायर प्लान भी मांगा गया तो उपलब्ध नहीं कराया गया। फायर उपकरणों को अन्तिम बार कब चेक व मेन्टिनेन्स किया गया। इसके बारे में कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई।
प्रबंधन को लिखित रूप में किया आगाह
फायर उपकरणों को नियमानुसार स्थापित करने व कार्यशील अवस्था में रखने, प्रशिक्षित स्टॉफ नियुक्त करने, होज रील, होज पाईप, स्मॉक डिटेक्टर्स, स्प्रींकलर सिस्टम, फायर अलार्म सिस्टम व राईजर लाईन, फायर पम्प, हाइडेन्ट पॉइंट, ओवर हैड, अण्डर ग्राउण्ड वाटर टेंक आदि का मेन्टिनेन्स कर स्थापित करने व कार्यशील अवस्था में रखने के लिए संस्थान को पत्र प्रेषित किया गया।