चालक ने खाळ में उतारकर बस को पलटने से बचाया। ग्रामीणों के अनुसार इस दौरान बस में दो दर्जन यात्री सवार थे।
अटरू-खानपुर मार्ग पर बारहपाटी के पास हादसा, सवारियों ने राहत की सांस
गऊघाट. अटरू-खानपुर मार्ग पर बारहपाटी के पास रविवार को घाटी से उतरते समय निजी बस का ब्रेक फेल हो गया। चालक ने खाळ में उतारकर बस को पलटने से बचाया। ग्रामीणों के अनुसार इस दौरान बस में दो दर्जन यात्री सवार थे। इनमें से चार यात्रियों मंजू बाई, सोसरबाई ढाणी, बद्रीबाई भौंरा व शीतल पोटर के हल्की चोटें आई हैं। दुर्घटना के बाद बस के चालक ओर परिचालक मौके से फरार हो गए। निजी बस रविवार सुबह 11 बजे अटरू से खानपुर के लिए रवाना हुई थी। इस दौरान बस की स्पीड कम होने पर बस के खलासी और अन्य लोगों टायर के आगे पत्थर डाल कर बस को रोकने का प्रयास किया। लेकिन, घाटी का उतार आ जाने से बस रुक नहीं पायी। लेकिन, बस चालक ने बस को घाटी का उतार खत्म होने पर सडक़ किनारे करीब पांच फिट गहरी बरसाती खाळ में उतार दिया। इससे बस चालक साइड से खाळ के किनारे रुककर एक तरफ झूल गई।
इधर, एनएच 27 पर बल्गर और ट्रेलर टकराए, चालक की मौत
पलायथा. राष्ट्रीय राजमार्ग 27 पर स्थित कालीङ्क्षसध नदी पर बने उच्चस्तरीय पुल पर शनिवार रात बल्गर और ट्रेलर आपस में टकरा गए। इस दुर्घटना में बल्गर के चालक की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार कोटा की ओर से आ रहे वाहन पुल पर चलने के दौरान ओवरटेक के प्रयास में दुर्घटनाग्रस्त हो गए। इसमें बल्गर चालक रतन लाल प्रजापति निवासी हासोडा जिला चित्तौडग़ढ गंभीर रूप से घायल हो गया। उसको कोटा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां उसे चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बाद में रविवार को अंता पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। इस दौरान पुल पर लगभग एक घंटे तक जाम लगा रहा। बाद में वाहनों को कोटा की और लौटाकर जाम खुलवाया गया। लेकिन वाहनों की आवाजाही सुचारू नहीं हुई। बाद में दूसरी तरफ से वाहनों को गुजारा गया। इस दुर्घटना के बाद से ही रविवार शाम तक दुर्घटना स्थल से दोनों वाहनों को नहीं हटाए जाने से पुल पर एकतरफा यातायात ही चल रहा था। इससे वाहनों चालकों को जोखिम उठाकर पुल से गुजरना पड़ा। वहीं पुलिस तथा हाइवे पेट्रोङ्क्षलग मोबाइल दल के पुल से नदारद होने से दिनभर बार-बार जाम के हालात बने रहे।