बरेली

10 माह में 33 हिस्ट्रीशीटर जिला बदर, अपराधियों की कमर तोड़ने में डीएम का बड़ा एक्शन

जिले में अपराध और भय का पर्याय बन चुके हिस्ट्रीशीटरों पर जिला प्रशासन ने शिकंजा कस दिया है। डीएम अविनाश सिंह के आदेश पर जनवरी से अक्टूबर तक चलाए गए विशेष अभियान में कुल 33 अपराधियों को जिला बदर कर बरेली की सीमाओं से बाहर कर दिया गया।

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Nov 21, 2025

बरेली। जिले में अपराध और भय का पर्याय बन चुके हिस्ट्रीशीटरों पर जिला प्रशासन ने शिकंजा कस दिया है। डीएम अविनाश सिंह के आदेश पर जनवरी से अक्टूबर तक चलाए गए विशेष अभियान में कुल 33 अपराधियों को जिला बदर कर बरेली की सीमाओं से बाहर कर दिया गया। यह कार्रवाई जिले भर में कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाने और आमजन को भयमुक्त वातावरण देने के उद्देश्य से की गई।

अपराधियों पर डीएम का सबसे बड़ा प्रहार—भोजीपुरा और किला टॉप पर

आंकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा 9 जिला बदर कार्रवाई भोजीपुरा थाना क्षेत्र में हुई। दूसरे नंबर पर किला थाना क्षेत्र रहा, जहाँ 8 अपराधियों को जिले से बाहर निकाला गया। इसके अलावा सुभाषनगर (3), सीबीगंज (4), कैट (3), प्रेमनगर (3), कोतवाली (1) थाना क्षेत्रों में भी लगातार कार्रवाई होती रही।

जनवरी से अक्टूबर तक एक्शन का पूरा कैलेंडर

जिला प्रशासन द्वारा बनाई गई क्रमबद्ध मॉनिटरिंग के तहत हर महीने अपराधियों पर शिकंजा कसा गया
10 जनवरी — विशेषनगर क्षेत्र से इस साल का पहला जिला बदर
18 जनवरी — फतेहगंज पूर्वी व सीबीगंज क्षेत्र से दो अपराधी बाहर
4 व 28 फरवरी — कैट व इज्जतनगर थाना क्षेत्रों से जिला बदर
19 व 30 अप्रैल — स्वालेनगर व फतेहगंज इलाकों में लगातार कार्रवाई
7 व 22 मई, 10 जून — अलीगंज, स्वालेनगर और भोजीपुरा में कड़ी कार्रवाई
2 व 12 जुलाई — शेरगढ़ व सुभाषनगर क्षेत्र से कई अपराधी जिला बदर
2 व 12 अगस्त — सीबीगंज व फतेहगंज क्षेत्र में कार्रवाई, अगस्त–सितंबर में सर्वाधिक आदेश
23–29 सितंबर — कैट व भोजीपुरा क्षेत्र में एक के बाद एक जिला बदर
18 अक्टूबर — प्रेमनगर से हिस्ट्रीशीटरों पर कड़ी कार्यवाही

शातिर अपराधियों ने वर्षों से बनाया था दहशत का माहौल

जिन अपराधियों को जिले से बाहर निकाला गया है, उन पर हत्या, लूट, रंगदारी, अवैध शराब कारोबार, चोरी, मारपीट, झगड़ा-फसाद, गैंगवाजी और धमकी जैसे गंभीर आरोप दर्ज थे। उनकी गतिविधियों से स्थानीय इलाकों में तनाव और भय का वातावरण बना रहता था। पुलिस की निगरानी और रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने इन पर गुण्डा एक्ट के तहत कार्रवाई की।

अगस्त–सितंबर सबसे भारी: 11 से ज्यादा अपराधी बाहर

प्रशासनिक रिकॉर्ड के अनुसार सबसे अधिक जिला बदर आदेश अगस्त और सितंबर में जारी हुए। अकेले इन दो महीनों में 11 से अधिक हिस्ट्रीशीटरों को जिले की सीमाओं से बाहर किया गया। यह अवधि अपराधियों के खिलाफ अब तक की सबसे आक्रामक कार्रवाई मानी जा रही है।

डीएम बोले जिले को भयमुक्त बनाना हमारी प्राथमिकता

जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने कहा कि कानून-व्यवस्था की मजबूती और आम जनता की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। अपराधियों पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है और आगे भी जिला बदर जैसी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी, ताकि अपराधियों के हौसले पस्त रहें और जनता भयमुक्त माहौल में जीवन जी सके।

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