जमीन के सौदे के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। मीरगंज के रहने वाले एक व्यक्ति को मामा-भांजों के गैंग ने पहले से बिक चुकी जमीन दोबारा बेचकर 40 लाख रुपये का चूना लगा दिया। मामला एसपी सिटी मानुष पारीक तक पहुंचा तो उनके आदेश पर इज्जतनगर पुलिस ने पांचों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बरेली। जमीन के सौदे के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। मीरगंज के रहने वाले एक व्यक्ति को मामा-भांजों के गैंग ने पहले से बिक चुकी जमीन दोबारा बेचकर 40 लाख रुपये का चूना लगा दिया। मामला एसपी सिटी मानुष पारीक तक पहुंचा तो उनके आदेश पर इज्जतनगर पुलिस ने पांचों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मीरगंज निवासी ओमप्रकाश पुत्र पूरनलाल ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि गांव के ही सुनील कुमार पुत्र बालकराम ने उन्हें एक प्लॉट खरीदने का ऑफर दिया। ओमप्रकाश ने साफ कहा कि जमीन विवादित नहीं होनी चाहिए, जिस पर सुनील ने भरोसा दिलाया कि प्लॉट पूरी तरह क्लियर है। इसके बाद सुनील ने अपने भांजे कमल कुमार, अजय कुमार, बहन हरप्यारी और बहनोई नेतराम से मिलवाया। सभी ने बताया कि धौरैरा माफी गांव में उनका प्लॉट विवाद रहित है और वे इसे बेचना चाहते हैं।
ओमप्रकाश ने अपने परिवार से सलाह लेकर यह जमीन अपनी बेटी ब्रजेश कुमारी के नाम खरीदने का सौदा तय किया। दिसंबर 2024 में एग्रीमेंट किया गया और 20 लाख रुपये दिए गए। इसके बाद 31 मई 2025 को बरेली के उप-निबंधक कार्यालय में रजिस्ट्री कराई गई। लेकिन जब ओमप्रकाश ने दाखिल-खारिज के लिए तहसील में आवेदन दिया, तो खुलासा हुआ कि वही जमीन साल 2004 में हरप्यारी ने युवराज सिंह नामक व्यक्ति को बेच दी थी। यही नहीं, साल 2024 में भी इसी जमीन का एक और इकरारनामा खुशीराम और अखिल सक्सेना के नाम किया गया था।
यह सुनते ही ओमप्रकाश के होश उड़ गए। उन्होंने रजिस्ट्री ऑफिस में जांच कराई तो पता चला कि जिस जमीन की उन्होंने रजिस्ट्री कराई, वही पहले ही दो बार बेची जा चुकी थी। जब उन्होंने आरोपियों से पैसे लौटाने की बात की, तो आरोपियों ने धमकी देते हुए कहा हम ऐसे ही लोगों को फंसा कर प्लॉट बेचते हैं, जो करना है कर लो।
ओमप्रकाश ने पूरी घटना की शिकायत एसपी सिटी मानुष पारीक से की। जांच के बाद उनके निर्देश पर इज्जतनगर पुलिस ने हरप्यारी, नेतराम, कमल कुमार, अजय कुमार और सुनील कुमार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस अब मामले की जांच कर रही है और जमीन सौदे में इस्तेमाल किए गए फर्जी दस्तावेजों की जांच-पड़ताल में जुटी है।