भोजीपुरा थाना क्षेत्र के गांव मोहम्मदपुर जाटान में एक बेटी का निकाह खुशियों की जगह तनाव, धमकी और फतवे की आग में घिर गया। बहावी मत को मानने वाले ताहिर अली ने बेटी फिजा के निकाह से पहले जब हिंदू समाज के लोगों को दावत दी, तो मामला गांव की चौखट लांघकर कट्टरता और मजहबी टकराव तक पहुंच गया।
बरेली। भोजीपुरा थाना क्षेत्र के गांव मोहम्मदपुर जाटान में एक बेटी का निकाह खुशियों की जगह तनाव, धमकी और फतवे की आग में घिर गया। बहावी मत को मानने वाले ताहिर अली ने बेटी फिजा के निकाह से पहले जब हिंदू समाज के लोगों को दावत दी, तो मामला गांव की चौखट लांघकर कट्टरता और मजहबी टकराव तक पहुंच गया।
एक दिसंबर को हिंदू समाज के लोगों को दी गई दावत के बाद दो दिसंबर को मुस्लिम समाज के लिए भोजन की तैयारी चल रही थी। तभी कुछ मौलानाओं और उनके समर्थकों को यह बात नागवार गुजरी। आरोप है कि 50-60 कट्टरपंथियों का एक व्हाट्सएप ग्रुप सक्रिय हुआ और वहीं से फतवे का फरमान जारी कर दिया गया। ताहिर अली का आरोप है कि मौलानाओं ने न सिर्फ उन्हें धमकाया, बल्कि यह भी कहा कि हिंदुओं को मांस खिलाकर धर्म परिवर्तन कराओ। जब ताहिर अली ने इस मांग से साफ इनकार कर दिया, तो फतवा जारी कर मुस्लिम समाज के लोगों को दावत में जाने से रोक दिया गया।
फतवे का असर ऐसा हुआ कि निकाह की दावत में मुस्लिम समाज के लोग पहुंचे ही नहीं।
तैयार खाना धरा रह गया और ताहिर अली को करीब छह लाख रुपये का आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा। पीड़ित ताहिर अली ने पूरे प्रकरण की शिकायत एसएसपी अनुराग आर्य से की है। एसएसपी ने भोजीपुरा प्रभारी निरीक्षक को जांच के आदेश दिए हैं। प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है, सभी पहलुओं पर गौर किया जाएगा।