साइबर जालसाजों ने शहर के एक युवक को गूगल मैप पर रेटिंग देने का लालच देकर करीब 6.85 लाख रुपये की चपत लगा दी। व्हाट्सएप पर आये एक मैसेज से शुरू हुआ यह फर्जीवाड़ा टेलीग्राम ग्रुप तक पहुंचा और धीरे-धीरे युवक अपनी पूरी जमा पूंजी धोखेबाजों के खाते में ट्रांसफर करता चला गया। पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
बरेली। साइबर जालसाजों ने शहर के एक युवक को गूगल मैप पर रेटिंग देने का लालच देकर करीब 6.85 लाख रुपये की चपत लगा दी। व्हाट्सएप पर आये एक मैसेज से शुरू हुआ यह फर्जीवाड़ा टेलीग्राम ग्रुप तक पहुंचा और धीरे-धीरे युवक अपनी पूरी जमा पूंजी धोखेबाजों के खाते में ट्रांसफर करता चला गया। पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
बारादरी थाना क्षेत्र के सहसवानी टोला, पुराना शहर निवासी उनैब आरिफ ने बताया कि 19 अप्रैल 2025 को उनके व्हाट्सएप नंबर पर गूगल मैप रेटिंग टास्क का एक मैसेज आया था। शुरुआत में उन्हें छोटे-छोटे टास्क पूरे करने पर 100 से 500 रुपये तक का भुगतान मिला। भुगतान देखकर उन्हें भरोसा हो गया और वह जालसाजों के बताए मुताबिक टेलीग्राम ग्रुप में जुड़ गए।
पीड़ित के अनुसार, इसके बाद उन्हें बड़े टास्क दिए जाने लगे और जालसाजों ने आश्वासन दिया कि जो भी रकम वह जमा करेंगे, टास्क पूरा होने पर पूरी राशि बोनस सहित वापस कर दी जाएगी। इस भरोसे में आकर उनैब ने अपने कई बैंक खातों से अलग-अलग लेनदेन में कुल 6,85,850 रुपये ट्रांसफर कर दिए। लेकिन जैसे ही अंतिम टास्क पूरा हुआ, न रकम वापस आई और न ही ग्रुप में किसी की ओर से कोई जवाब मिला।
जब उनैब को ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने तुरंत राष्ट्रीय साइबर पोर्टल के माध्यम से शिकायत दर्ज की और बाद में साइबर क्राइम थाने में भी रिपोर्ट लिखाई। उनका कहना है कि यह एक संगठित गिरोह है, जो डेली टास्क और रेटिंग के नाम पर लोगों को फंसाकर लाखों रुपये हड़प रहा है।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और भुगतान किए गए बैंक खातों के आधार पर जालसाजों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने लोगों को चेतावनी दी है कि किसी भी तरह के रेटिंग, सर्वे, टास्क या इन्वेस्टमेंट ऑफर पर भरोसा न करें और तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें।