Bareilly News: बरेली में सपा नेताओं के मैरिज लॉन पर प्रशासन ने भारी पुलिस बल के साथ बुलडोजर कार्रवाई की। महिलाओं के विरोध और झड़प के बीच मैरिज लॉन का मुख्य गेट ध्वस्त कर दिया गया। सोमवार को बल की कमी के चलते यह कार्रवाई रोकी गई थी, जिसे मंगलवार को सख्ती से अंजाम दिया गया।
Bulldozer action in Bareilly: बरेली में मंगलवार को प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई की। सपा नेता सरफराज वली खान और राशिद खान के मैरिज लॉन पर दो बुलडोजर और पांच थानों की पुलिस फोर्स पहुंची। कार्रवाई के दौरान मौजूद महिलाओं ने पुलिस का विरोध किया और धक्का-मुक्की भी हुई, लेकिन स्थिति नियंत्रण में रखते हुए ऑपरेशन जारी रहा। कुछ ही मिनटों में मैरिज लॉन का मुख्य गेट तोड़ दिया गया। इससे पहले सोमवार को पर्याप्त पुलिस बल न होने के कारण यह कार्रवाई रोक दी गई थी।
यह कार्रवाई अचानक नहीं है, बल्कि बीते कई दिनों से जारी है। 23 नवंबर को मोहम्मद आरिफ की तीन मंजिला और दो मंजिला इमारत पर बुलडोजर चलाया गया था। प्रशासन का दावा है कि अब तक तौकीर रज़ा से जुड़े लोगों की 250 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति ध्वस्त की जा चुकी है।
26 सितंबर की बरेली हिंसा में तौकीर रज़ा को मास्टरमाइंड बताया गया है। पुलिस ने उनके खिलाफ हत्या की साजिश, दंगा फैलाने, भीड़ उकसाने, पुलिस पर हमले, पेट्रोल बम फेंकने और लूटपाट जैसी गंभीर धाराओं में 10 मुकदमे दर्ज किए हैं। शुरुआती जांच में इन्हें सात मामलों में नामजद किया गया, जबकि तीन अन्य मामलों में भी सबूत मिलने पर नाम जोड़ दिया गया। दस में से चार मामलों में अब तक सुनवाई हो चुकी है।
तौकीर रज़ा अभी फतेहगढ़ जेल में बंद हैं। हाल ही में एक केस में अदालत से उन्हें जमानत मिल गई थी, लेकिन अन्य मामलों में गिरफ्तारी बरकरार रहने के कारण वे जेल से बाहर नहीं आ पाए। पुलिस की जांच इन मामलों में भी तेजी से चल रही है।
मैरिज लॉन के मालिक और सपा नेता सरफराज वली खान के बेटे सैफ वली खान ने बुलडोजर एक्शन पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि 1,000 गज में फैला यह मैरिज लॉन लगभग 10 करोड़ रुपये की संपत्ति है। नीचे बड़ा सभागार था और ऊपर पांच बड़े कमरे बनाए गए थे, जहां मेहमान ठहरते थे। सैफ का कहना है कि प्रशासनिक कार्रवाई से उनका परिवार पूरी तरह बर्बाद हो गया है।
सैफ वली ने बताया कि उनके पिता सपा के सक्रिय कार्यकर्ता हैं और आजम खान से उनकी राजनीतिक नजदीकियां रही हैं। आजम खान जब हज कमेटी के चेयरमैन थे, तब उनके पिता भी सदस्य रहे थे। तौकीर रज़ा के संदर्भ में उन्होंने कहा कि उन्हें केवल दरगाह आला हजरत के परिवार से होने के नाते जानते हैं, कोई विशेष संबंध नहीं है।