बिजली कटौती का असर अब स्कूलों में भी देखने को मिल रहा है। उमस भरी गर्मी में बच्चे और टीचर बेहोश हो रहे हैं। जब टीचर ही गर्मी को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं तो मासूमों पर क्या बीत रही होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता।
बरेली: बिजली कटौती का असर अब स्कूलों में भी देखने को मिल रहा है। उमस भरी गर्मी में बच्चे और टीचर बेहोश हो रहे हैं। जब टीचर ही गर्मी को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं तो मासूमों पर क्या बीत रही होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता।
शुक्रवार को आलमपुर जाफराबाद के प्राथमिक विद्यालय तखतपुर में सहायक अध्यापक राखी गुप्ता गर्मी के कारण बेहोश हो कर गिर पड़ीं। होश में लाने के लिए स्कूल के बच्चों ने पानी की छीटें डाली। बिजली सप्लाई नहीं आने पर बच्चे और अन्य टीचर हाथ के पंखे से उनकी हवा करते रहे। वहीं नगर क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय एजाज नगर से भी दूसरा मामला छात्रा के बेहोश होने का आया। छात्रा गर्मी के कारण बेहोश हो गई। प्राथमिक विद्यालय तखतपुर आलमपुर जाफराबाद में भी एक बच्ची का स्वास्थ्य खराब हो गया। बच्ची को चक्कर और उल्टी आने पर उसे उसके घर भेज दिया गया।
बिजली कटौती स्कूलों पर भारी
भीषण गर्मी में बिजली कटौती स्कूलों पर भारी पड़ रही है। यूटा जिला उपाध्यक्ष सत्येंद्र पाल सिंह ने कहा कि बिजली व्यवस्था चौपट होने से भी दिक्कतें आ रही हैं। ग्रामीण क्षेत्र में विद्यालय समय में बिजली न के बराबर आ रही है। दोपहर में अत्यधिक उमस हो जाती है। इससे पठन-पाठन करने में कठिनाई हो रही है।
विभिन्न शैक्षिक संगठनों ने जिला अधिकारी और बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखा है। पत्र में विद्यालय संचालन सुबह 7:30 से दोपहर 12:30 बजे तक करने की मांग की है।