मादक पदार्थों के खिलाफ छेड़े गए अभियान में बारादरी पुलिस ने मंगलवार रात एक तस्कर को दबोच लिया। मेडिकल कॉलेज के पीछे वाली सुनसान सड़क पर घूम रहा शातिर चरस तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उसके कब्जे से 243 ग्राम चरस बरामद हुई, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत ढाई लाख रुपए बताई जा रही है।
बरेली। मादक पदार्थों के खिलाफ छेड़े गए अभियान में बारादरी पुलिस ने मंगलवार रात एक तस्कर को दबोच लिया। मेडिकल कॉलेज के पीछे वाली सुनसान सड़क पर घूम रहा शातिर चरस तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उसके कब्जे से 243 ग्राम चरस बरामद हुई, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत ढाई लाख रुपए बताई जा रही है।
एसएसपी अनुराग आर्य के निर्देश पर चल रहे अभियान के दौरान पुलिस की इस कार्रवाई ने ड्रग माफियाओं में हड़कंप मचा दिया है। पुलिस ने आरोपी को मौके पर ही दबोचकर मुकदमा दर्ज कर उसे जेल की राह दिखा दी। आरोपी की पहचान कैंट के सदर निवासी जाकिर उर्फ भूरा के रुप में हुई है। पूछताछ में जाकिर ने कबूल किया कि वह कोई नया खिलाड़ी नहीं, बल्कि पुराना और शातिर तस्कर है। वह कासगंज में बुटी नाम के सप्लायर से चरस खरीदता था और फिर बरेली की गलियों में नशे का जाल फैलाता था। पुलिस के अनुसार, मंगलवार रात भी वह चरस बेचने की फिराक में था, लेकिन बारादरी पुलिस की टीम पहले से ही उसकी टोह लिए बैठी थी।
गिरफ्तारी करने वाली टीम में बारादरी इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय, दरोगा मनीष भारद्वाज, सौरव तोमर, हेडकांस्टेबल साबिर अली और कांस्टेबल नवीन कुमार शामिल रहे, जिन्होंने रात के अंधेरे में घेराबंदी कर तस्कर को पकड़कर उसका पूरा खेल खत्म कर दिया। एसएसपी अनुराग आर्य का कहना है कि बरेली में नशे का कारोबार करने वाले जिस्म और जिंदगी दोनों को तबाह करने वाले गुनहगार हैं, और अब किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। बारादरी पुलिस की इस कार्रवाई ने साफ संदेश दे दिया है कि नशा तस्करों के दिन अब पूरे हो चुके हैं।