शहर की वर्षों से चली आ रही जलभराव की समस्या को लेकर मेयर डा. उमेश गौतम ने मंगलवार को वार्ड-26 का औचक निरीक्षण किया और तुरंत कार्रवाई का रास्ता तय कर दिया। कंजादासपुर मोड़ से कुर्मांचलनगर गेट-1 तक चल रहे आरसीसी नाला निर्माण कार्य का जायजा लेने के साथ ही उन्होंने खालसा स्कूल से मंडी होते हुए सौ फुटा तिराहे तक प्रस्तावित नाले की स्थिति भी खुद देखी।
बरेली। शहर की वर्षों से चली आ रही जलभराव की समस्या को लेकर मेयर डा. उमेश गौतम ने मंगलवार को वार्ड-26 का औचक निरीक्षण किया और तुरंत कार्रवाई का रास्ता तय कर दिया। कंजादासपुर मोड़ से कुर्मांचलनगर गेट-1 तक चल रहे आरसीसी नाला निर्माण कार्य का जायजा लेने के साथ ही उन्होंने खालसा स्कूल से मंडी होते हुए सौ फुटा तिराहे तक प्रस्तावित नाले की स्थिति भी खुद देखी।
निरीक्षण के दौरान मुंशीनगर क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने दूसरे नाले की मांग की। मेयर ने मौके पर ही निर्माण की हरी झंडी दे दी, जिससे क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर दौड़ गई। मेयर ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि नाला निर्माण कार्य में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी और गुणवत्ता व समय सीमा का पूरा ख्याल रखा जाएगा।
निरीक्षण के दौरान मेयर के साथ मुख्य अभियंता मनीष अवस्थी, जेई अनुराग कमल सहित अन्य वरिष्ठ इंजीनियर भी मौजूद रहे। अधिकारियों ने फाइलों पर तुरंत हस्ताक्षर कर नए नाले के निर्माण को स्वीकृति दी। नगर निगम सूत्रों का कहना है कि नए नाले के निर्माण से मुंशीनगर और आसपास के क्षेत्रों में बरसात के दौरान पानी भरने की समस्या काफी हद तक समाप्त हो जाएगी। स्थानीय लोगों ने मेयर के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह कदम लंबे समय से चली आ रही जलभराव की परेशानी का समाधान साबित होगा।
मेयर डा. उमेश गौतम ने कहा शहर की जल निकासी व्यवस्था सुधारना हमारी प्राथमिकता है। नाले समय पर पूरे किए जाएंगे और निर्माण की गुणवत्ता सर्वोच्च रखी जाएगी। इस कदम से नगर निगम ने एक साफ संदेश दे दिया है कि अब किसी भी क्षेत्र में जलभराव की समस्या बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शहरवासियों ने मेयर की तेज़ कार्रवाई और तत्काल निर्णय क्षमता की सराहना की।