शहर में हाल ही में हुए बवाल के बाद बुधवार को कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल बरेली आने वाला था, लेकिन उससे पहले ही प्रशासन ने बड़ा कदम उठाते हुए कांग्रेस के चार नेताओं को उनके ही घरों में नजरबंद कर दिया। मंगलवार की रात 12 बजे से ही पुलिस बल उनके आवासों पर तैनात कर दिया गया और बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई।
बरेली। शहर में हाल ही में हुए बवाल के बाद बुधवार को कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल बरेली आने वाला था, लेकिन उससे पहले ही प्रशासन ने बड़ा कदम उठाते हुए कांग्रेस के चार नेताओं को उनके ही घरों में नजरबंद कर दिया। मंगलवार की रात 12 बजे से ही पुलिस बल उनके आवासों पर तैनात कर दिया गया और बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई।
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मिर्जा अशफाक सकलैनी ने बताया कि 26 सितंबर को हुई घटना की वस्तुस्थिति जानने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने सांसद इमरान मसूद की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल बनाया था। इसमें एमएलसी शहनवाज खान, पूर्व सांसद दानिश अली, पूर्व विधायक संजय कपूर, अफरोज अली, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष प्रेम प्रकाश अग्रवाल, शहर कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुप्ता (दद्दा) और पूर्व अध्यक्ष अजय शुक्ला को शामिल किया गया था।
लेकिन, प्रतिनिधिमंडल के बरेली पहुंचने से पहले ही प्रशासन ने सभी नेताओं को अलग-अलग स्थानों पर नजरबंद कर दिया। जानकारी के मुताबिक, प्रेम प्रकाश अग्रवाल को रामपुर गार्डन में, दिनेश गुप्ता को ईसाइयों की पुलिया के पास स्थित उनके घर पर और अजय शुक्ला को उनके निवास पर ही रोका गया। पुलिस बल लगातार तैनात है। अजय शुक्ला ने बताया कि प्रशासन की इस कार्रवाई से कांग्रेस का दौरा निरस्त हो गया है। वहीं, पार्टी नेताओं का कहना है कि सरकार विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है।