साइबर ठगी की जालसाजी अब मतांतरण के खेल से जुड़ती नज़र आ रही है। बिसारतगंज निवासी अमरीश गोस्वामी से करोड़ों की ठगी और कथित मतांतरण कराने के मामले में बटलर के दो युवकों अनस कुरैशी और इमरान का नाम सामने आया है।
बरेली। साइबर ठगी की जालसाजी अब मतांतरण के खेल से जुड़ती नज़र आ रही है। बिसारतगंज निवासी अमरीश गोस्वामी से करोड़ों की ठगी और कथित मतांतरण कराने के मामले में बटलर के दो युवकों अनस कुरैशी और इमरान का नाम सामने आया है। दोनों आरोपी मोबाइल रिपेयरिंग की आड़ में साइबर गैंग का हिस्सा बताए जा रहे हैं। इन पर पहले से ही ठगी का मुकदमा पंजीकृत है और अब मतांतरण का नया आरोप बड़ा मोड़ लेकर आया है।
अमरीश गोस्वामी ने पुलिस को बताया कि शहबाजपुर के समीर और आसिफ, तथा बटलर के अनस कुरैशी और इमरान ने पहले उन्हें साइबर ठगी के जाल में फंसाया।
आरोप है कि गिरोह ने उन्हें मुंबई ले जाकर उनके आधार कार्ड का पता बदलवाया और उनके नाम पर 14 बैंक खाते खुलवाए, जिनमें करोड़ों रुपये की ठगी का लेनदेन होता रहा।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, बिसारतगंज थाने में साइबर ठगी को लेकर इन आरोपियों पर पहले ही एफआईआर दर्ज है। पीड़ित के मुताबिक, इसी गिरोह ने उन्हें कलमा पढ़वाकर धर्म परिवर्तन कराया। अमरीश का गुरुवार को एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि इन लोगों ने न सिर्फ ठगी कराई, बल्कि देश-विरोधी गतिविधियों में भी शामिल हैं।
पीड़ित का कहना है कि इन खातों के जरिए हुए लेनदेन के चलते उन्हें पश्चिम बंगाल की जेल तक जाना पड़ा। इसके बाद उन्होंने साइबर ठगी की प्राथमिकी दर्ज कराई, तो बटलर के अनस और इमरान फरार हो गए।
एसपी साउथ अंशिका वर्मा ने बताया कि वायरल वीडियो को संज्ञान में लिया गया है। उन्होंने कहा कि पीड़ित युवक को बयान दर्ज कराने बुलाया गया है। वीडियो के आधार पर कार्रवाई होगी। हालांकि, उसकी एफआईआर में मतांतरण का उल्लेख नहीं है, फिर भी नई जानकारी की जांच की जाएगी।