शहर में साइबर अपराधियों ने एक ही दिन में दो लोगों को शिकार बनाकर करीब 1.64 लाख रुपये पार कर दिए। एक मामले में महिला के दोनों बैंक खातों से रकम उड़ाई गई, वहीं दूसरे मामले में क्रेडिट कार्ड धारक को फर्जी कॉल कर हजारों रुपये हड़प लिए गए।
बरेली। शहर में साइबर अपराधियों ने एक ही दिन में दो लोगों को शिकार बनाकर करीब 1.64 लाख रुपये पार कर दिए। एक मामले में महिला के दोनों बैंक खातों से रकम उड़ाई गई, वहीं दूसरे मामले में क्रेडिट कार्ड धारक को फर्जी कॉल कर हजारों रुपये हड़प लिए गए।
पहला मामला थाना बारादरी क्षेत्र का है। यहां छवि पत्नी आकाश बाबू के दो अलग-अलग बैंक खाते हैं। 5 सितंबर की शाम उन्होंने खाते चेक किए तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। किसी अज्ञात ने यूपीआई ट्रांजेक्शन के जरिए कुल 1,24,598 रुपये निकाल लिए। सबसे हैरानी की बात यह रही कि रकम कटने के दौरान उनके मोबाइल पर न तो कोई ओटीपी आया और न ही कॉल। कोटक खाते से एक बार में 88 हजार रुपये उड़ा लिए गए, जबकि एसबीआई खाते से 36 हजार, 298 और 300 रुपये तीन किस्तों में ट्रांसफर हो गए।
दूसरा मामला थाना सुभाषनगर क्षेत्र का है। यहां करगैना बीडीए कॉलोनी निवासी अंकित सक्सेना के पास 1 जुलाई की शाम करीब 6 बजे एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को एसबीआई क्रेडिट कार्ड का ग्राहक सेवा प्रतिनिधि बताया और कहा कि इस बार तकनीकी खराबी के चलते उनके कार्ड से ऑटो डेबिट नहीं हो पाएगा। इसलिए उन्हें तुरंत भुगतान करना होगा। झांसे में आकर अंकित ने फोन पे ऐप से 39 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। थोड़ी देर बाद जब उनके मोबाइल पर शॉपिंग ट्रांजेक्शन के मैसेज आने लगे तो उन्हें ठगी का एहसास हुआ। कुल मिलाकर उनके कार्ड से 39,300 रुपये उड़ गए।
दोनों पीड़ितों ने पुलिस से तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। लगातार बढ़ रही साइबर ठगी की घटनाओं ने शहरवासियों को सतर्क कर दिया है। विशेषज्ञ भी लोगों से अपील कर रहे हैं कि अज्ञात कॉल और लिंक पर भरोसा न करें और किसी भी तरह की बैंकिंग जानकारी साझा न करें।