सराफा की दुकान पर हुई दिनदहाड़े लूट की कोशिश ने पुलिस की कार्यप्रणाली की पोल खोल दी। वारदात के बाद एसएसपी ने तत्काल एक्शन लेते हुए लापरवाही बरतने पर इंस्पेक्टर, चौकी इंचार्ज और बीट हेड कांस्टेबल को निलंबित कर दिया।
बदायूं। उघैती थाना क्षेत्र के गांव खितौरा में सराफा की दुकान पर हुई लूट की कोशिश ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया। बदमाशों की बेखौफ वारदात और मौके पर पुलिस की गैरमौजूदगी को एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने बेहद गंभीरता से लिया। घटना के महज कुछ घंटों बाद ही एसएसपी ने कड़ा रुख अपनाते हुए इंस्पेक्टर समेत तीन पुलिसकर्मियों पर गाज गिरा दी।
शुक्रवार करीब पांच बजे बाइक सवार बदमाश गांव खितौरा निवासी लालाराम रस्तोगी की सहसवान मार्ग स्थित सराफा दुकान पर पहुंचे। तमंचे के बल पर व्यापारी को बंधक बनाकर जेवरात और नकदी लूट ली और तमंचा लहराते हुए फरार होने लगे। दिनदहाड़े हुई इस वारदात से बाजार में अफरा-तफरी मच गई।
स्थानीय व्यापारियों ने साहस दिखाते हुए बदमाशों का पीछा किया और तीनों को मौके पर ही पकड़ लिया। गुस्साई भीड़ ने बदमाशों की जमकर धुनाई की। सूचना देने के बावजूद पुलिस के देर से पहुंचने पर व्यापारियों का गुस्सा फूट पड़ा और जमकर हंगामा हुआ। घटना की जानकारी मिलते ही एसपी देहात डॉ. ह्रदेश कठेरिया मौके पर पहुंचे और व्यापारियों को शांत कराया। वहीं एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने पूरे मामले की तत्काल जांच कराई। जांच में लूट के प्रयास की पुष्टि हुई और साथ ही उघैती पुलिस की गंभीर लापरवाही उजागर हुई।
प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने उघैती थाना प्रभारी निरीक्षक अवधेश कुमार, नरैनी चौकी इंचार्ज अश्वनी कुमार और बीट हेड कांस्टेबल राजेश कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इसके अलावा पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। दिनदहाड़े लूट की कोशिश और पुलिस की सुस्ती ने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एसएसपी की सख्ती के बाद साफ संदेश है कि लापरवाही किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।