एचए खुसरो अस्पताल के संचालक डॉ. अतुल सक्सेना ने सीएमओ कार्यालय को नोटिस का जवाब भेज दिया है। उन्होंने अपने जवाब में स्पष्ट किया कि वह भविष्य में इस अस्पताल का संचालन नहीं करेंगे। इस आधार पर सीएमओ कार्यालय ने अस्पताल का पंजीकरण निरस्त कर दिया है
बरेली। एचए खुसरो अस्पताल के संचालक डॉ. अतुल सक्सेना ने सीएमओ कार्यालय को नोटिस का जवाब भेज दिया है। उन्होंने अपने जवाब में स्पष्ट किया कि वह भविष्य में इस अस्पताल का संचालन नहीं करेंगे। इस आधार पर सीएमओ कार्यालय ने अस्पताल का पंजीकरण निरस्त कर दिया है और अस्पताल को आयुष्मान योजना से भी हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह अस्पताल मिनी बाईपास स्थित जाफरी टावर में संचालित हो रहा था, जिसके मालिक डॉ. अतुल सक्सेना थे।
शेर अली जाफरी की करोड़ों के फर्जीवाड़े में गिरफ्तारी के बाद डिप्टी सीएमओ डॉ. लइक अंसारी ने अस्पताल का निरीक्षण किया था। इसके बाद अस्पताल को सील कर दिया गया और वहां नोटिस चिपकाया गया। डॉ. अतुल सक्सेना ने नोटिस के जवाब में बताया कि उन्होंने दो साल पहले अपने दस्तावेजों के आधार पर अस्पताल का पंजीकरण करवाया था और सेवाएं प्रदान की थीं, लेकिन अब वह इसका संचालन नहीं करना चाहते। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए पंजीकरण रद्द कर दिया।
सुभाषनगर के चैरिटेबल क्लीनिक की होगी जांच:
सुभाषनगर के शांति विहार कॉलोनी में फर्जी डॉक्टर विजय शर्मा के चैरिटेबल क्लीनिक की भी जांच होगी। सीएमओ ने डिप्टी सीएमओ डॉ. लईक अंसारी को इसके जांच के निर्देश दिए हैं। विजय शर्मा यहां चैरिटेबल क्लीनिक चलाता था, जो उसका कार्यालय भी था। शेर अली जाफरी के साथ उसके साझेदार विजय शर्मा की गिरफ्तारी के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अब उसके क्लीनिक की भी जांच का निर्णय लिया है।
कॉलेज स्टाफ पर कसेगा शिकंजा:
खुसरो मेमोरियल पीजी कॉलेज में डी फार्मा फर्जीवाड़े के मामले में पुलिस अब कॉलेज स्टाफ पर कार्रवाई की तैयारी कर रही है। मुकदमे में नामजद प्रधानाचार्य विश्वनाथ शर्मा और शिक्षक तारिक पर भी शिकंजा कसा जा रहा है।2019 से 2024 तक कॉलेज में 379 छात्रों को प्रवेश देकर करीब 3.70 करोड़ रुपये की अवैध वसूली की गई थी और विभिन्न कॉलेजों की फर्जी डिग्री और मार्कशीटें दी गई थीं। इस फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद चार रिपोर्ट दर्ज की गईं और मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई। एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि डी फार्मा फर्जीवाड़े के मुख्य आरोपी चेयरमैन शेर अली जाफरी, उनके बेटे फिरोज अली जाफरी और पार्टनर विजय शर्मा को गिरफ्तार किया जा चुका है और गैंगस्टर की कार्रवाई की तैयारी चल रही है।