सोशल मीडिया पर शनिवार को बरेली में इंटरनेट सेवाएं बंद किए जाने का एक फर्जी आदेश वायरल हो गया। पत्र में उत्तर प्रदेश शासन के गृह सचिव गौरव दयाल के नाम से 48 घंटे के लिए इंटरनेट, व्हाट्सएप और फेसबुक सेवाएं बंद करने की बात कही गई थी। जैसे ही यह आदेश वायरल हुआ, शहर में भ्रम की स्थिति बन गई।
बरेली। सोशल मीडिया पर शनिवार को बरेली में इंटरनेट सेवाएं बंद किए जाने का एक फर्जी आदेश वायरल हो गया। पत्र में उत्तर प्रदेश शासन के गृह सचिव गौरव दयाल के नाम से 48 घंटे के लिए इंटरनेट, व्हाट्सएप और फेसबुक सेवाएं बंद करने की बात कही गई थी। जैसे ही यह आदेश वायरल हुआ, शहर में भ्रम की स्थिति बन गई।
एसएसपी अनुराग आर्य ने इसे पूरी तरह झूठा बताया। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर इंटरनेट बंद करने का कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है। यह पत्र फर्जी है, नागरिक अफवाहों पर ध्यान न दें। सभी इंटरनेट सेवाएं सामान्य रूप से चल रही हैं।
एसएसपी ने बताया कि फर्जी आदेश तैयार कर सोशल मीडिया पर फैलाने वालों की पहचान की जा रही है। ऐसे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। उन्होंने जनता से अपील की कि बिना पुष्टि किसी भी संदेश या पोस्ट को साझा न करें।
वायरल पत्र में लिखा था कि कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की आशंका के चलते 5 से 7 अक्टूबर तक बरेली में सभी इंटरनेट और मैसेजिंग सेवाएं बंद रहेंगी। पत्र में टेलीग्राफ एक्ट 1885 और टेलीकॉम सर्विस सस्पेंशन रूल्स 2017 का हवाला दिया गया था। जांच में दस्तावेज़ फर्जी पाया गया।