किसान एकता संघ के नेतृत्व में गुरुवार को किसानों ने बिजली विभाग के मुख्य अभियंता ज्ञान प्रकाश के कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रीपेड विद्युत मीटर लगाए जाने के विरोध में बड़ी संख्या में किसान पहुंचे और नारेबाजी करते हुए ज्ञापन सौंपा।
बरेली। किसान एकता संघ के नेतृत्व में गुरुवार को किसानों ने बिजली विभाग के मुख्य अभियंता ज्ञान प्रकाश के कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रीपेड विद्युत मीटर लगाए जाने के विरोध में बड़ी संख्या में किसान पहुंचे और नारेबाजी करते हुए ज्ञापन सौंपा।
किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि विद्युत विभाग के कर्मचारी किसानों की सहमति के बिना जबरन प्रीपेड मीटर लगा रहे हैं, जो किसानों के साथ अन्याय है। संघ के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि किसान परिवारों की आय का मुख्य स्रोत कृषि है और गन्ना, गेहूं तथा धान जैसी फसलों का भुगतान सरकार और मिलों से अक्सर कई महीनों, कभी-कभी सालों बाद मिलता है। ऐसे में समय पर भुगतान न मिलने पर किसान बिजली बिल चुकाने में असमर्थ हो सकता है।
संघ ने मांग की कि किसानों के घरों पर प्रीपेड मीटर तभी लगाए जाएं जब सरकार और गन्ना मिलें किसानों की फसलों का भुगतान प्रीपेड करने की व्यवस्था करें। अन्यथा संगठन आंदोलन करने को मजबूर होगा और किसी भी कीमत पर जबरन मीटर लगाने नहीं देगा। नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि किसानों की बात नहीं सुनी गई तो आंदोलन की पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रीय सचिव यज्ञ प्रकाश गंगवार, पश्चिमी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष चौधरी शेरअली जाफरी, प्रदेश युवा मोर्चा अध्यक्ष पंडित राजेश शर्मा, मंडल अध्यक्ष बोहरन लाल गुर्जर, मंडल महासचिव डॉ. अंशु भारती और जिला मीडिया प्रभारी संजय पाठक सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे। अंत में राष्ट्रीय संगठन मंत्री डॉ. रवि नागर ने ज्ञापन सौंपकर किसानों की समस्याओं के समाधान की मांग की।