शहर में सीएम ग्रिड और राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) के तहत चल रहे कामों की हकीकत परखने मंगलवार को आईआईटी कानपुर की तकनीकी टीम और एनसीएपी की तीन सदस्यीय ऑडिट टीम बरेली पहुंची। दोनों टीमों ने नगर निगम अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रोजेक्ट्स की प्रगति, बजट खर्च और काम की गुणवत्ता पर चर्चा की।
बरेली। शहर में सीएम ग्रिड और राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) के तहत चल रहे कामों की हकीकत परखने मंगलवार को आईआईटी कानपुर की तकनीकी टीम और एनसीएपी की तीन सदस्यीय ऑडिट टीम बरेली पहुंची। दोनों टीमों ने नगर निगम अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रोजेक्ट्स की प्रगति, बजट खर्च और काम की गुणवत्ता पर चर्चा की।
एनसीएपी की टीम में दिल्ली, झारखंड और लखनऊ से आए विशेषज्ञ शामिल थे। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण, हरियाली बढ़ाने और पर्यावरण सुधार से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा की। निगम अधिकारियों ने टीम के सामने अब तक किए गए कामों और आगे की योजनाओं का ब्यौरा पेश किया।
वहीं, आईआईटी कानपुर की तकनीकी टीम ने सीएम ग्रिड योजना के तहत बन रहे निर्माण कार्यों का मौके पर जाकर निरीक्षण किया। टीम ने एकतानगर, मॉडल टाउन समेत कई जगहों पर निर्माण सामग्री, काम की रफ्तार और तकनीकी मानकों की जांच की। इस दौरान अधिकारियों को चेतावनी दी गई कि गुणवत्ता से किसी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य ने बताया कि एनसीएपी और सीएम ग्रिड योजना के तहत शहर में सड़क निर्माण, हरियाली बढ़ाने, स्मार्ट पोल लगाने और प्रदूषण नियंत्रण से जुड़े काम तेजी से किए जा रहे हैं। इन योजनाओं का मकसद शहर की हवा को स्वच्छ बनाना और बरेली को बेहतर शहरी मॉडल के रूप में विकसित करना है।