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दिशा पाटनी के घर फायरिंग केस: गोल्डी बराड़ गैंग के दो नाबालिग समेत चार गुर्गों पर चार्जशीट, बरेली पुलिस ने कसा शिकंजा

बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर हुई फायरिंग कांड की जांच में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। कोतवाली पुलिस ने इस मामले में दो नाबालिग सहित कुल चार आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। चार्जशीट में रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ गैंग के दो नाबालिगों पर फायरिंग का आरोप लगाया गया है।

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बरेली। बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर हुई फायरिंग कांड की जांच में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। कोतवाली पुलिस ने इस मामले में दो नाबालिग सहित कुल चार आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। चार्जशीट में रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ गैंग के दो नाबालिगों पर फायरिंग का आरोप लगाया गया है, जबकि राजस्थान के जैतारण निवासी रामनिवास और हरियाणा के सोनीपत निवासी अनिल को षड्यंत्र में शामिल होने का दोषी ठहराया गया है।

पुलिस के मुताबिक, आरोपितों ने गैंग की दहशत फैलाने के उद्देश्य से यह वारदात की। घटना के दो मुख्य आरोपित रोहतक निवासी रविंद्र और सोनीपत निवासी अरुण को यूपी एसटीएफ और दिल्ली की स्पेशल यूनिट ने नोएडा में मुठभेड़ में मार गिराया था। इस वजह से उनके नाम चार्जशीट में नहीं हैं, लेकिन पुलिस ने उनके कृत्यों का भी जिक्र किया है। विवाद की जड़ दिशा पाटनी की बहन खुशबू पाटनी द्वारा कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के लिव-इन रिलेशनशिप वाले बयान के विरोध में वीडियो जारी करना थी। इसी के बाद 11 और 12 सितंबर की रात को गैंग ने दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग कर आतंक मचाया। इंटरनेट मीडिया पर गैंग ने खुलेआम जिम्मेदारी ली और कहा कि हमारे सनातन के गुरुओं का अपमान सहा नहीं जाएगा।

रेकी कर दिया था वारदात को अंजाम

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि पहली फायरिंग 11 सितंबर को दो नाबालिग आरोपितों ने बाइक से आकर की। चूंकि उस दिन फायरिंग की आवाज़ किसी ने नहीं सुनी, इसलिए अगले दिन गैंग के मुख्य सदस्य रविंद्र और अरुण ने विदेशी पिस्टल से कई राउंड फायरिंग की। जांच में यह भी पता चला कि आरोपित बरेली में छह सितंबर से ही पहुंच चुके थे। पहले उन्होंने रेकी की, फिर वारदात को अंजाम दिया। इस पूरे आतंक में रामनिवास और अनिल ने अहम भूमिका निभाई। आरोपितों ने रामनिवास को डमी अरुण के रूप में इस्तेमाल कर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, जबकि अनिल ने उन्हें बाइक और अन्य साधन मुहैया कराए।

घटना के पांचवें दिन दो को मुठभेड़ किया ढेर

कांड के पांचवें दिन ही यूपी एसटीएफ, बरेली एसओजी और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रविंद्र और अरुण को नोएडा की ट्रोनिका सिटी में मुठभेड़ में ढेर कर दिया। इसके बाद अन्य आरोपितों की धरपकड़ तेज़ कर दी गई। दिल्ली पुलिस ने पहले दिन फायरिंग करने वाले दोनों नाबालिगों को गिरफ्तार किया, जबकि बरेली पुलिस ने रामनिवास और अनिल को मुठभेड़ के दौरान और कांबिंग के बाद दबोचा। अब पुलिस ने दो नाबालिग आरोपितों सहित रामनिवास और अनिल के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी है। मामले की जांच अभी भी जारी है और पुलिस ने साफ किया है कि किसी भी कसर को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।