बरेली

फर्जी सीबीआई के चुंगल में फंसा आईटीबीपी जवान, ब्लैकमेल कर उड़ाए 4.50 लाख रुपये, फिर ऐसे खुली ठगी की पोल

साइबर ठगों ने ठगी का नया हथकंडा अपनाते हुए खुद को टेलीकॉम विभाग और सीबीआई अधिकारी बताकर आईटीबीपी के एक जवान को 4.50 लाख रुपये की चपत लगा दी। मामला सामने आने पर पीड़ित ने साइबर क्राइम थाना पहुंचकर तहरीर दी, जिसके बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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Dec 01, 2025

बरेली। साइबर ठगों ने ठगी का नया हथकंडा अपनाते हुए खुद को टेलीकॉम विभाग और सीबीआई अधिकारी बताकर आईटीबीपी के एक जवान को 4.50 लाख रुपये की चपत लगा दी। मामला सामने आने पर पीड़ित ने साइबर क्राइम थाना पहुंचकर तहरीर दी, जिसके बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के मुताबिक, बुखारा कैंप में तैनात आईटीबीपी जवान महेश चंद्र उपाध्याय के मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आई। फोन करने वाले ने खुद को टेलीकम्युनिकेशन विभाग का अधिकारी संदीप कुमार बताते हुए कहा कि जवान की आईडी पर एक फर्जी मोबाइल नंबर जारी हुआ है, जिसका उपयोग दिल्ली के कनॉट प्लेस में महिलाओं से बदसलूकी करने में किया जा रहा है। कॉलर ने धमकी दी कि इस शिकायत के आधार पर उनका मोबाइल नंबर बंद किया जा रहा है और उन पर जांच बैठाई जाएगी।

महेश के अनुसार, कुछ ही देर बाद कॉल को कथित तौर पर दिल्ली क्राइम ब्रांच में ट्रांसफर कर दिया गया। यहां दूसरे कॉलर ने खुद को सीबीआई अधिकारी आनंद राज बताया और दावा किया कि उनकी आईडी से दिल्ली में एक बैंक खाता खोला गया है, जिसके जरिए मनी लॉन्ड्रिंग हो रही है। मामले को बेहद गंभीर बताते हुए ठगों ने जांच में सहयोग के नाम पर अलग-अलग बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर कराने शुरू कर दिए।

घबराए जवान ने ठगों की बातों पर भरोसा कर अपनी पत्नी हेमा उपाध्याय के खाते और अपने खाते से कई किस्तों में करीब 4.50 लाख रुपये भेज दिए। बाद में संदेह होने पर उन्होंने पूरे मामले की जानकारी अधिकारियों को दी और साइबर क्राइम थाना पहुंचकर तहरीर दी। साइबर क्राइम टीम ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि कॉल डिटेल, बैंक ट्रांजैक्शन और आरोपी खातों की जांच की जा रही है। अधिकारी लोगों से अपील कर रहे हैं कि किसी भी सरकारी विभाग या एजेंसी के नाम पर आने वाली संदिग्ध कॉल पर भरोसा न करें और तुरंत पुलिस को सूचित करें।

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