स्मार्ट सिटी हॉल में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर शुरू हुआ विवाद अब तूल पकड़ चुका है। शुक्रवार को जहां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने नगर निगम से लेकर कलक्ट्रेट तक हंगामा किया था, वहीं शनिवार को नगर निगम के कर्मचारी भी आर-पार के मूड में नजर आए।
बरेली। स्मार्ट सिटी हॉल में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर शुरू हुआ विवाद अब तूल पकड़ चुका है। शुक्रवार को जहां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने नगर निगम से लेकर कलक्ट्रेट तक हंगामा किया था, वहीं शनिवार को नगर निगम के कर्मचारी भी आर-पार के मूड में नजर आए। उन्होंने सुबह से ही कामकाज ठप कर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी और निगम परिसर में धरना देते हुए जमकर नारेबाजी की।
दोपहर में कर्मचारी नेताओं ने महापौर डॉ. उमेश गौतम से मुलाकात कर एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की मांग की। उनका कहना था कि शुक्रवार को विद्यार्थी परिषद के लोगों ने नगर निगम कार्यालय में घुसकर नगर आयुक्त के साथ अभद्रता और तोड़फोड़ की। मेज और दरवाजे के शीशे तक तोड़ दिए गए। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि जब वे बचाव के लिए आए तो एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने उनके साथ धक्का-मुक्की और मारपीट करने की कोशिश की।
नगर निगम कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष विष्णु पाल सिंह, सफाई कर्मचारी संघ के महामंत्री राजकुमार समदर्शी, राजेंद्र समदर्शी और पंकज बाबू वाल्मीकि ने कहा कि यह गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जब तक एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक सफाई कर्मी काम पर नहीं लौटेंगे।
कर्मचारी नेताओं ने बताया कि पूरा मामला निगम कार्यालय के सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हो चुका है। वहीं महापौर डॉ. उमेश गौतम ने कर्मचारियों को समझाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि यह घर का मामला है, इसे बातचीत से सुलझाना ही बेहतर रहेगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वह नगर आयुक्त, डीएम और विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर मामले का समाधान निकालेंगे।