अब बिजली फॉल्ट या किसी अन्य बिजली संबंधी समस्या के समाधान के लिए सीधे सबस्टेशन या जूनियर इंजीनियर (JE) से संपर्क नहीं किया जा सकेगा। उपभोक्ताओं को पहले टोल-फ्री नंबर 1912 पर कॉल करके शिकायत दर्ज करनी होगी। इसके बाद लखनऊ स्थित कंट्रोल रूम शिकायत को संबंधित क्षेत्र के एसडीओ और जेई को ट्रांसफर करेगा, जिसके बाद समस्या का समाधान किया जाएगा। इस नई व्यवस्था से फॉल्ट ठीक होने में देर हो सकती है।
बरेली। अब बिजली फॉल्ट या किसी अन्य बिजली संबंधी समस्या के समाधान के लिए सीधे सबस्टेशन या जूनियर इंजीनियर (JE) से संपर्क नहीं किया जा सकेगा। उपभोक्ताओं को पहले टोल-फ्री नंबर 1912 पर कॉल करके शिकायत दर्ज करनी होगी। इसके बाद लखनऊ स्थित कंट्रोल रूम शिकायत को संबंधित क्षेत्र के एसडीओ और जेई को ट्रांसफर करेगा, जिसके बाद समस्या का समाधान किया जाएगा। इस नई व्यवस्था से फॉल्ट ठीक होने में देर हो सकती है।
अब तक उपभोक्ता बिजली फॉल्ट होने पर सीधे जेई या सबस्टेशन पर जाकर या कॉल करके शिकायत दर्ज कर सकते थे। कर्मचारी तुरंत फॉल्ट ठीक कर सप्लाई बहाल कर देते थे। इसी तरह, बिजली बिल से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए भी लोग सीधे अधिकारियों से संपर्क करते थे। लेकिन अब शहरी क्षेत्र में नई व्यवस्था लागू कर दी गई है।
नई व्यवस्था के तहत सबस्टेशनों पर तैनात कर्मचारियों और JE को हटा दिया गया है और उन्हें फील्ड में तैनात कर दिया गया है। अब किसी भी बिजली समस्या की शिकायत दर्ज कराने के लिए 1912 पर कॉल करना अनिवार्य होगा।
शिकायत दर्ज होने के बाद लखनऊ के कंट्रोल रूम से रामपुर बाग, बरेली स्थित हेल्प डेस्क पर ट्रांसफर किया जाएगा। वहां से संबंधित क्षेत्र के एसडीओ और JE को जानकारी दी जाएगी और वे फॉल्ट ठीक करेंगे।
टोल-फ्री नंबर 1912 के अलावा उपभोक्ता हेल्प डेस्क नंबर 9557727006 या 05813596904 पर भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। ब्रह्मपाल, अधीक्षण अभियंता ने बताया कि अब शिकायत पहले कंट्रोल रूम लखनऊ जाएगी और फिर सबस्टेशन तक पहुंचेगी, जिससे उपभोक्ताओं को समस्या समाधान में थोड़ा अधिक समय लग सकता है।