विकास भवन सभागार में शुक्रवार को आयोजित किसान दिवस में जिले भर से आए किसानों ने डीएम अविनाश सिंह के सामने जमकर अपनी भड़ास निकाली। किसानों ने चीनी मिलों में गन्ने का भुगतान न होने, खाद की कमी और सरकारी योजनाओं में अफसरों की मनमानी और कमीशनखोरी जैसी समस्याओं का खुलकर आरोप लगाया।
बरेली। विकास भवन सभागार में शुक्रवार को आयोजित किसान दिवस में जिले भर से आए किसानों ने डीएम अविनाश सिंह के सामने जमकर अपनी भड़ास निकाली। किसानों ने चीनी मिलों में गन्ने का भुगतान न होने, खाद की कमी और सरकारी योजनाओं में अफसरों की मनमानी और कमीशनखोरी जैसी समस्याओं का खुलकर आरोप लगाया।
किसानों ने बताया कि गन्ने की फसल के लिए उन्होंने मेहनत की है, लेकिन कई मिलों में उनका भुगतान लंबित है। इससे उनकी आर्थिक हालत खराब हो रही है। वहीं, खाद की सही मात्रा में वितरण न होने और इसके लिए कठोर नियमों के चलते अधिकांश किसान बंचित रह जाते हैं। किसानों ने यह भी कहा कि कई अफसर सरकारी योजनाओं का लाभ किसानों को नहीं पहुंचाते और इसके लिए कमीशन की डिमांड करते हैं, जिससे किसान परेशान हैं।
किसान मंजीत सिंह और अशरफीलाल ने कहा कि सरकार भले ही किसानों की भलाई के लिए योजनाएं चला रही है, लेकिन अफसरों की लापरवाही और भ्रष्टाचार के कारण योजनाओं का लाभ किसानों तक नहीं पहुंच रहा। उन्होंने चीनी मिलों में अटके करोड़ों के भुगतान और खेती से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी चिंता जताई।
डीएम अविनाश सिंह ने किसानों की समस्याएं सुनने के बाद संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि लंबित मामलों का निस्तारण तत्काल किया जाए और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जाए। साथ ही, किसानों को भरोसा दिलाया कि उनकी समस्याओं को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा। किसान दिवस में पुलिस से जुड़ी समस्याओं को भी किसानों ने उठाया। उन्होंने कहा कि थानों और चौकियों में गरीब किसानों की सुनवाई नहीं होती। इस पर एसएसपी अनुराग आर्य ने तुरंत नोट लेकर समस्याओं के समाधान का भरोसा दिलाया।
इस मौके पर सीडीओ देवयानी समेत कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे और किसानों की समस्याओं को निस्तारित करने की प्रक्रिया को लेकर उन्हें आश्वस्त किया। किसानों ने उम्मीद जताई कि अब उनकी समस्याओं का समाधान तेजी से होगा और सरकार की योजनाओं का लाभ हर किसान तक पहुंचेगा।