बरेली बवाल के मास्टरमाइंड्स अब खुफिया एजेंसियों के रडार पर आ गए हैं। मौलाना तौकीर रजा के “स्पेशल कमांडर” माने जाने वाले सात आईएमसी नेताओं पर लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (एलआईयू) ने कड़ा शिकंजा कस दिया है। इन सभी पर 24 घंटे सर्विलांस रखा जाएगा और उनके संपर्कों, गतिविधियों और वित्तीय लेन-देन की आपराधिक कुंडली तैयार की जाएगी।
बरेली। बरेली बवाल के मास्टरमाइंड्स अब खुफिया एजेंसियों के रडार पर आ गए हैं। मौलाना तौकीर रजा के “स्पेशल कमांडर” माने जाने वाले सात आईएमसी नेताओं पर लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (एलआईयू) ने कड़ा शिकंजा कस दिया है। इन सभी पर 24 घंटे सर्विलांस रखा जाएगा और उनके संपर्कों, गतिविधियों और वित्तीय लेन-देन की आपराधिक कुंडली तैयार की जाएगी।
एलआईयू ने अफजाल बेग, अनीस सकलैनी, मुनीर इदरीशी, नदीम खां, साजिद सकलैनी, अल्तमश रजा खां, और मौलाना एहसानुल हक़ चतुर्वेदी के नाम खोले हैं। ये सभी आईएमसी से जुड़े सक्रिय पदाधिकारी बताए जा रहे हैं। खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, इन नेताओं ने 26 सितंबर के बवाल के दौरान भीड़ को भड़काने, नारेबाजी और पुलिस पर पथराव में अहम भूमिका निभाई थी। इन सभी के उपद्रव कार्ड तैयार हो रहे हैं।
जुमा की नमाज के बाद इस्लामिया ग्राउंड जाने की कोशिश में भीड़ ने जब पुलिस को रोका तो हिंसा भड़क गई। उपद्रवियों ने न सिर्फ पुलिस पर पथराव किया बल्कि फायरिंग भी की। पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़कर तीन घंटे में हालात काबू में किए। घटना के बाद पांच थानों में 10 मुकदमे, 126 नामजद, और 3225 अज्ञात उपद्रवी दर्ज किए गए। अब तक 89 गिरफ्तार, जिनमें 83 जेल भेजे जा चुके हैं, जबकि बाकी का शांतिभंग में चालान किया गया है।
एलआईयू के डिप्टी एसपी विजय राणा की टीम ने उपद्रवियों के स्पेशल कार्ड तैयार कर लिए हैं। खुफिया एजेंसी अब इन सभी संदिग्धों की कॉल डिटेल, सोशल मीडिया गतिविधियों और मीटिंग्स पर नजर रखेगी। इसके अलावा, इनसे जुड़े पुराने मामलों और धार्मिक आयोजनों में उनकी भूमिका भी खंगाली जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, एजेंसी को आशंका है कि ये लोग आगे भी शहर का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर सकते हैं।
फिलहाल शहर में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। पुलिस ने सभी संवेदनशील स्थानों पर फोर्स की तैनाती बरकरार रखी है। नगर निगम स्थित आई-ट्रिपल-सी कंट्रोल रूम से पूरे शहर की निगरानी की जा रही है। एसएसपी अनुराग आर्य के निर्देश पर सीओ और थाना प्रभारियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है ताकि किसी भी उकसावे की कोशिश पर तुरंत कार्रवाई हो सके।