पंचायत चुनाव-2026 की तैयारी को लेकर प्रशासन ने कमर कस ली है। मतदाता सूची के बड़े पैमाने पर पुनरीक्षण की जिम्मेदारी बीएलओ और सुपरवाइजरों को सौंपी गई है। मंगलवार को तहसील आंवला के स्वर्ण पैलेस गेस्ट हाउस में जिलाधिकारी अविनाश सिंह की अध्यक्षता में बीएलओ और सुपरवाइजरों की ट्रेनिंग हुई
बरेली। पंचायत चुनाव-2026 की तैयारी को लेकर प्रशासन ने कमर कस ली है। मतदाता सूची के बड़े पैमाने पर पुनरीक्षण की जिम्मेदारी बीएलओ और सुपरवाइजरों को सौंपी गई है। मंगलवार को तहसील आंवला के स्वर्ण पैलेस गेस्ट हाउस में जिलाधिकारी अविनाश सिंह की अध्यक्षता में बीएलओ और सुपरवाइजरों की ट्रेनिंग हुई, जिसमें साफ निर्देश दिए गए कि किसी का नाम वोटर लिस्ट से जोड़ने या हटाने से पहले पूरी तरह से घर-घर जाकर पड़ताल की जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि वोटर लिस्ट लोकतंत्र की रीढ़ है, इसमें गड़बड़ी कतई बर्दाश्त नहीं होगी। बीएलओ को गांव-गांव जाकर डोर-टू-डोर सर्वे करना होगा, ताकि फर्जी नाम और गलतियों की गुंजाइश न रहे।
ट्रेनिंग के दौरान बताया गया कि बीएलओ अगर मोबाइल पर ई-बीएलओ ऐप का इस्तेमाल करेंगे तो उन्हें सामान्य मानदेय के साथ अतिरिक्त इनाम भी मिलेगा। पहले स्थान पर रहने वाले बीएलओ को 10 हजार, दूसरे स्थान पर रहने वाले को 8 हजार और तीसरे स्थान पर रहने वाले बीएलओ को 6 हजार रुपये इनाम मिलेगा। जबकि पांच बीएलओ को सांत्वना पुरस्कार के रूप में तीन-तीन हजार रुपये दिए जाएंगे।
अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) संतोष बहादुर सिंह ने साफ कहा कि सभी बीएलओ को 29 सितम्बर 2025 तक घर-घर जाकर फॉर्म-11 पर सूचना जुटाकर तहसील कार्यालय में जमा करनी होगी। लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई भी तय है। बैठक में एडीएम (वित्त एवं राजस्व) संतोष बहादुर सिंह, एसडीएम आंवला विदुषी सिंह, खंड विकास अधिकारी समेत सभी बीएलओ और सुपरवाइजर मौजूद रहे।