कोतवाली क्षेत्र के क्लारा स्वान मिशन अस्पताल में तीमारदारों ने ऐसा तांडव मचाया कि अस्पताल युद्धभूमि में बदल गया। रात के समय एक्सीडेंट में घायल एक मरीज को एंबुलेंस से लाया गया, लेकिन साथ आए लोग मानो लड़ाई लड़ने ही पहुंचे हों। शुरुआत से ही उनका रवैया आक्रामक और धमकाने वाला था।
बरेली। कोतवाली क्षेत्र के क्लारा स्वान मिशन अस्पताल में तीमारदारों ने ऐसा तांडव मचाया कि अस्पताल युद्धभूमि में बदल गया। रात के समय एक्सीडेंट में घायल एक मरीज को एंबुलेंस से लाया गया, लेकिन साथ आए लोग मानो लड़ाई लड़ने ही पहुंचे हों। शुरुआत से ही उनका रवैया आक्रामक और धमकाने वाला था।
ड्यूटी पर मौजूद ईएमओ डॉ. उमंग के मुताबिक, जैसे ही उन्होंने मरीज को जांचा, वह मृत अवस्था में था। डॉक्टर ने इलाज की औपचारिकता पूरी करने के लिए नर्सिंग स्टाफ अमित को ईसीजी मशीन लाने को कहा ही था कि तीमारदार भड़क उठे। गुस्साई भीड़ ने डॉक्टर को चारों तरफ से घेर लिया, धक्का-मुक्की की और खुलेआम जान से मारने की धमकी दे डाली। अस्पताल में मौजूद स्टाफ के बीच दहशत फैल गई।
हालात बिगड़ते देख स्टाफ ने सुपरवाइजर सोलंकी शमी को बुलाया, लेकिन हमलावरों का उग्र रूप यहां भी नहीं थमा। आरोप है कि उनके पहुंचते ही भीड़ ने उनसे भी हाथापाई की, गालियों की बौछार की और अस्पताल में जमकर हंगामा किया। कुछ मिनटों तक स्थिति इतनी डरावनी रही कि महिला स्टाफ वार्ड से बाहर निकलने की हिम्मत तक नहीं कर सकी।
डॉ. उमंग के अनुसार, उत्पात मचाने वालों में आशुतोष सिंह चौहान (निवासी अंगूरी, थाना सुभाषनगर) भी शामिल था, जो भीड़ के साथ मिलकर अस्पताल की व्यवस्था को ठप्प करने में लगा हुआ था। अस्पताल प्रशासन ने तीमारदारों की इस गुंडागर्दी पर कड़ा रोष जताते हुए पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल कोतवाली पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच कर रही है, जबकि अस्पताल स्टाफ आज भी रात की दहशत से उबर नहीं पाया है।