बरेली

तो क्या इंस्पेक्टर के इशारे पर चल रहा था रिश्वत का खेल, 1.06 लाख और मिले, दरोगा सस्पेंड

चौकी इंचार्ज बंजरिया को एंटी करप्शन की टीम ने दो दिन पहले 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। इस मामले में इंस्पेक्टर शीशगढ़ समेत पुलिसकर्मियों की भूमिका की भी विभागीय जांच शुरू हो गई है।

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Jun 17, 2024

बरेली। चौकी इंचार्ज बंजरिया को एंटी करप्शन की टीम ने दो दिन पहले 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। इस मामले में इंस्पेक्टर शीशगढ़ समेत पुलिसकर्मियों की भूमिका की भी विभागीय जांच शुरू हो गई है। चौकी में 1.06 लाख रुपये और मिले हैं। माना जा रहा है कि ये रुपये भी वसूली के ही हैं।

बैग में 1 लाख 6 हजार रुपये भी रखे मिले
बंजरिया पुलिस चौकी के इंचार्ज जितेंद्र सिंह को शनिवार को एंटी करप्शन की टीम ने 10 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। चौकी इंचार्ज के कमरे की जब तलाशी ली गई तो वहां रखे बैग में 1 लाख 6 हजार रुपये भी मिले। चौकी इंचार्ज ने बताया कि रुपये फॉलोअर के मकान बनवाने के लिए इकट्ठे किए गए हैं। हालांकि इसका कोई सुबूत नहीं मिला। माना जा रहा है कि ये रुपये भी उगाही के हैं। जांच यह भी की जा रही है कि चौकी इंचार्ज के पास यह रुपये कहां से आए। किससे लिए गए हैं। साफ है कि चौकी इंचार्ज ने और भी लोगों से वसूली की है।

शीशगढ़ थाने के इंस्पेक्टर को भनक तक नहीं थी
चौकी के अंदर चल रहे वसूली के खेल की शीशगढ़ थाने के इंस्पेक्टर को भनक तक नहीं थी। इस बात पर भी लोग भरोसा नहीं कर रहे हैं। चर्चा है कि जो कोई शिकायत लेकर थाने जाता था, तो वहां चौकी इंचार्ज के खिलाफ सुनवाई नहीं होती थी। यही कारण था कि चौकी इंचार्ज के हौसले इतना बढ़े हुए थे। विभागीय जांच में चौकी पुलिस के साथ ही शीशगढ़ थाना प्रभारी भी जांच के लपेटे में आ गए हैं। वहीं, शनिवार शाम को चौकी इंचार्ज के खिलाफ भोजीपुरा थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है। साथ ही एसएसपी ने उन्हें निलंबित भी कर दिया है।

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