रोजा क्षेत्र में बुधवार की सुबह एक हृदयविदारक हादसे से दहल उठी। एक कारोबारी और उनकी पत्नी ने चार वर्षीय बेटे को जहर देने के बाद खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह जब परिजन ऊपर पहुंचे तो मासूम बिस्तर पर मृत पड़ा मिला, जबकि पति-पत्नी अलग-अलग कमरों में फंदे पर झूल रहे थे।
शाहजहांपुर। रोजा क्षेत्र में बुधवार की सुबह एक हृदयविदारक हादसे से दहल उठी। एक कारोबारी और उनकी पत्नी ने चार वर्षीय बेटे को जहर देने के बाद खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह जब परिजन ऊपर पहुंचे तो मासूम बिस्तर पर मृत पड़ा मिला, जबकि पति-पत्नी अलग-अलग कमरों में फंदे पर झूल रहे थे।
मृतकों की पहचान थाना क्षेत्र के दुर्गा एन्कलेव कॉलोनी निवासी मोहनगंज में पानीपत हैंडलूम के मालिक कारोबारी 38 वर्षीय सचिन ग्रोवर और उनकी 35 वर्षीय पत्नी शिवांगी ने अपने चार वर्षीय मासूम बेटे के रूप में हुई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
कारोबारी सचिन अपने दो भाइयों रोहित और मोहित के साथ एक ही मकान में रहते थे। बुधवार को बड़े भाई मोहित के बेटे का नामकरण संस्कार था। घर में सुबह से ही चहल-पहल थी। परिवारजन तैयारियों में लगे थे। लेकिन जब सुबह आठ बजे तक सचिन नीचे नहीं आया तो मां सीमा ने आवाज दी। कोई जवाब न मिलने पर वे ऊपर गईं और दरवाजा खोलते ही चीख उठीं। एक कमरे में सचिन का शव फंदे से लटका था। दूसरे कमरे में पत्नी शिवांगी ने भी फंदा लगा लिया था। मासूम बेटा बिस्तर पर पड़ा था, उसके ऊपर कंबल था। जब कंबल हटाया गया तो उसके मुंह से झाग निकलते दिखे। यह दृश्य देख परिजनों के साथ कॉलोनी के लोग भी स्तब्ध रह गए।
घटना की खबर मिलते ही पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। एसपी और सीओ ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। छानबीन में कारोबारी सचिन के मोबाइल फोन से 33 पन्नों के सुसाइड नोट की तस्वीरें मिली हैं। उसमें आर्थिक तंगी, बढ़ते कर्ज और देनदारियों का जिक्र किया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्रारंभिक जांच में मामला कर्ज और आर्थिक संकट से जुड़ा प्रतीत हो रहा है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी गई है।