शुक्रवार सुबह नगर निगम ने बानखाना क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई करते हुए नाले-नालियों पर बने अवैध कब्जों को ध्वस्त कर दिया। लंबे समय से जल निकासी बाधित होने की लगातार शिकायतों के बाद निगम ने सख़्त रुख अपनाते हुए अभियान चलाया। जैसे ही बुलडोज़र मोहल्ले में दाखिल हुआ, इलाके में हड़कंप मच गया और लोग घरों से बाहर निकल आए।
बरेली। शुक्रवार सुबह नगर निगम ने बानखाना क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई करते हुए नाले-नालियों पर बने अवैध कब्जों को ध्वस्त कर दिया। लंबे समय से जल निकासी बाधित होने की लगातार शिकायतों के बाद निगम ने सख़्त रुख अपनाते हुए अभियान चलाया। जैसे ही बुलडोज़र मोहल्ले में दाखिल हुआ, इलाके में हड़कंप मच गया और लोग घरों से बाहर निकल आए।
नगर निगम की टीम सुबह से ही मौके पर मौजूद रही। किसी भी तरह के विरोध को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा घेरा बना लिया था। जेई विकास साहू ने बताया कि नालों के ऊपर बने पक्के शेड, चबूतरे और अवैध निर्माण जलभराव की प्रमुख वजह बने हुए थे। कार्रवाई के दौरान डेरी संचालकों पर भी निगम का शिकंजा कसता नजर आया। नाले के किनारे कब्जा जमाए डेरी यूनिटों के स्ट्रक्चर को चिन्हित कर बुलडोज़र चलाया गया। कई संचालक खुद ही सामान हटाते दिखे ताकि उनका नुकसान कम हो।
अतिसंवेदनशील माने जाने वाले इस इलाके में जैसे ही निगम का बुलडोज़र पहुंचा, लोगों में हलचल मच गई। कई स्थानों पर भीड़ जमा हो गई। स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए पुलिस ने मोर्चा संभाला और शांति बनाए रखी। कार्रवाई को लेकर स्थानीय लोगों में मिश्रित प्रतिक्रिया देखी गई। जहां कुछ लोग बुलडोज़र देखकर सहमे नजर आए, वहीं कई निवासियों ने राहत की सांस ली। उनका कहना था कि नालों पर कब्जे हटने से जलभराव और गंदगी की समस्या खत्म होने की उम्मीद है। निगम की टीम अब अतिक्रमणकारियों की विस्तृत सूची तैयार कर रही है और अवैध निर्माण करने वालों को नोटिस देने की तैयारी है। कई स्थानों पर सीमांकन कर लाल निशान भी लगाए गए।
कार्रवाई की भनक लगते ही कई डेरी संचालकों ने अपने शेड और सामान स्वयं हटाना शुरू कर दिया। पुलिस की मौजूदगी में माहौल शांत रहा और किसी प्रकार का विवाद नहीं हुआ। निगम अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि क्षेत्र में अब कोई भी अवैध कब्जा नहीं रहने दिया जाएगा। आने वाले दिनों में पूरे बानखाना क्षेत्र में बड़े स्तर पर अभियान चलाया जाएगा।
निगम अधिकारियों का कहना है कि अतिक्रमण हटने से जल निकासी व्यवस्था सुचारू होगी और बरसात के दौरान जलभराव की समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी। निरीक्षण अभियान आगे भी जारी रहेगा। स्थानीय निवासियों ने भी इसे आवश्यक कदम बताते हुए कहा कि लंबे समय से क्षेत्र में गंदगी व जलभराव की समस्या बनी हुई थी, ऐसे में यह कार्रवाई जरूरी थी।
नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य का कहना है कि जल निकासी को बेहतर करने और नाले-नालियों पर कब्जा करने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। अतिक्रमण से जनता को परेशानी होती है, इसलिए यह अभियान लगातार जारी रहेगा।