जनता की शिकायतें जैसे ही आईजीआरएस पोर्टल पर पहुंचीं, बरेली रेंज की पुलिस ने उन्हें फाइलों में दबने नहीं दिया। यही वजह रही कि नवंबर की पूरे प्रदेश की रैंकिंग में बरेली रेंज नंबर-1 पर चमक उठा। डीआईजी अजय कुमार साहनी की सख्त मॉनिटरिंग और रोज़ाना की रिव्यू बैठकें प्रदेशभर में मिसाल बन गईं।
बरेली। जनता की शिकायतें जैसे ही आईजीआरएस पोर्टल पर पहुंचीं, बरेली रेंज की पुलिस ने उन्हें फाइलों में दबने नहीं दिया। यही वजह रही कि नवंबर की पूरे प्रदेश की रैंकिंग में बरेली रेंज नंबर-1 पर चमक उठा। डीआईजी अजय कुमार साहनी की सख्त मॉनिटरिंग और रोज़ाना की रिव्यू बैठकें प्रदेशभर में मिसाल बन गईं।
रेंज के चारों जिलों का प्रदर्शन अगर एक पैमाने पर देखें तो तस्वीर दमदार है। बदायूं, शाहजहांपुर और पीलीभीत जिलों ने संयुक्त रूप से पहला स्थान कब्जाया, जबकि खुद बरेली 53वें नंबर पर सिमट गया। यानी इन जिलों में शिकायतें सिर्फ सुनी नहीं गईं, बल्कि तय समय में निपटाई भी गईं। बरेली रेंज के कुल 87 थाने प्रदेश में नंबर-1 रहे, यानी शिकायतों के निस्तारण में इन थानों ने बाकी जिलों को पीछे छोड़ दिया। बरेली के 29 थाने, बदायूं के 22 थाने, पीलीभीत के 17 और शाहजहांपुर के 19 चारों जिलों के थानों ने मिलकर जनसुनवाई सिस्टम में परचम लहराया।
तस्वीर का दूसरा पहलू भी मौजूद है जहां परिक्षेत्र नंबर-1 रहा, वहीं बरेली जिला 53वें स्थान पर फिसल गया। यानी परिक्षेत्र की उपलब्धि के बावजूद जिला स्तर पर अभी काफी सुधार की जरूरत है। अब डीआईजी ऑफिस ऐसे सभी थानों की कार्यशैली की समीक्षा करने जा रहा है, जो अपेक्षित परफॉर्मेंस नहीं दे पाए। आईजीआरएस में शानदार प्रदर्शन करने पर बरेली परिक्षेत्र मुख्यालय की टीम उपनिरीक्षक शालू, कंप्यूटर ऑपरेटर अमरेन्द्र कुमार और आरक्षी सलिल सक्सेना को नगद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाएगा।