बालोतरा और बाड़मेर दो जिलों के लिए भाजपा जिलाध्यक्ष तय होंगे। जिलाध्यक्ष के पद को लेकर भी बड़े चेहरे भी लाइन में है। इस बार खेमेबाजी बढ़ गई है।
बाड़मेर। भारतीय जनता पार्टी 10 जनवरी तक जिलाध्यक्ष की घोषणा कर सकती है। सत्ता में डबल इंजन सरकार होने से अब जिलाध्यक्ष के पद को लेकर भी बड़े चेहरे भी लाइन में है। बालोतरा और बाड़मेर दो जिलों के लिए जिलाध्यक्ष तय होंगे। बाड़मेर में पूर्व जिलाध्यक्ष स्वरूपसिंह खारा ने शिव से चुनाव लड़ा तो उनको यह पद छोडऩा पड़ा।
उनकी जगह पर दिलीप पालीवाल को कार्यवाहक जिलाध्यक्ष बनाया गया। अब जिलाध्यक्ष के पद को लेकर फिर से नई दौड़ शुरू हुई है। इसमें प्रदेश कार्यकारिणी में बड़े नेताओं में से कौन पहुंचेगा,यह विचारणीय है। जिनको प्रदेश में लिया जाएगा उनके अलावा नया जिलाध्यक्ष होगा।
विधानसभा और लोकसभा चुनावों के बाद में भाजपा में भी इस बार खेमेबाजी बढ़ गई है। ऐसे में अलग-अलग सिफारिशें प्रारंभ हो गई है। जिलाध्यक्ष के लिए संगठन के कार्यकर्ता है। पुराने और नए नाम को लेकर चर्चाएं आम हो गई है।
बालोतरा में मौजूदा जिलाध्यक्ष बाबूसिंह सिलौर है। भाजपा ने यहां उनके नेतृत्व में चुनाव जीत लिया है। अब नया जिलाध्यक्ष का चेहरा बदला जाता है या उनको ही कायम रखने की रणनीति पर कार्य होगा, यह देखना होगा।
बाड़मेर में मंत्री के के विश्नोई, आदूराम मेघवाल, प्रियंका चौधरी, दिलीप पालीवाल, स्वरूपसिंह खारा सहित कई संगठन के पदाधिकारी है जिनकी इस जिलाध्यक्ष चुनाव में भूमिका अहम रहेगी। उधर बालोतरा में पूर्व केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, विधायक अरूण चौधरी, हमीर सिंह भायल दोनों ही पूरी तरह से यह प्रयास करेंगे।