Rain in Barmer: मानसून की पहली बारिश ने शहर और ग्रामीण इलाकों में बिजली तंत्र की पूरी तरह से पोल खोल दी। कई इलाकों में बिजली व्यवस्था चरमरा गई। कई जगहों पर रात भर बिजली गुल रही तो कहीं बार-बार कटौती होती रही।
Rain in Barmer: शिव क्षेत्र में आई तूफानी बारिश ने तबाही मचा दी। तेज आंधी और बारिश के चलते 223 बिजली के खंभे धराशायी हो गए, जिससे 6 बिजली घरों से जुड़े दर्जनों गांवों की बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई। बिजली गुल होने से ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा और उनका जनजीवन प्रभावित हो गया।
डिस्कॉम अधिकारियों ने बताया कि तूफानी बारिश के कारण शिव और भिंयाड़ सहायक अभियंता कार्यालय के अधीन 33 केवी लाइन के 23 खंभे, 11 केवी व घरेलू लाइन के 100-100 खंभे टूट गए। इसके अलावा 14 ट्रांसफार्मर भी क्षतिग्रस्त हो गए।
डिस्कॉम की ओर से युद्धस्तर पर मरम्मत का कार्य शुरू किया गया और शनिवार को राजडाल, बालासर एवं आकली बिजलीघर को फिर से चालू कर दिया गया।
हालांकि, जोरानाडा, साजीतड़ा और स्वामी का गांव बिजलीघर शनिवार शाम तक शुरू नहीं हो पाए थे, जिससे इन क्षेत्रों में अंधेरा पसरा रहा। ग्रामीणों ने प्रशासन और डिस्कॉम अधिकारियों से क्षतिग्रस्त खंभों को जल्द बदलने और बिजली आपूर्ति को सुचारू करने की मांग की।
तूफानी बारिश से क्षतिग्रस्त हुए बिजली खंभों को बदलने का कार्य ठेकेदारों के माध्यम से होता है। लेकिन कार्य की दर को लेकर पिछले कुछ दिनों से डिस्कॉम में कार्यरत ठेकेदारों ने काम का बहिष्कार कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इस हड़ताल के चलते डिस्कॉम को खंभे बदलने और मरम्मत कार्य में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के मौसम में बिजली आपूर्ति ठप होने से पीने के पानी, सिंचाई व अन्य दैनिक कार्यों में भी दिक्कतें बढ़ गई हैं। सभी ने मांग की है कि ठेकेदारों की हड़ताल का समाधान निकालकर जल्द से जल्द बिजली व्यवस्था को सामान्य किया जाए, ताकि ग्रामीण जनजीवन पटरी पर लौट सके।
शहर के बलदेव नगर, जैसलमेर रोड, रीको कॉलोनी, शास्त्रीनगर समेत कई इलाकों में शुक्रवार शाम करीब 7.30 बजे बिजली गई और रात को 2 बजे लौटी। इसके बाद भी बार-बार बिजली का आना-जाना जारी रहा। शनिवार सुबह 10.30 बजे फिर बिजली चली गई और दो-तीन घंटे तक नहीं आई। दिनभर भी बिजली की आंख मिचौली चलती रही।
बिजली नहीं होने से लोगों के इनवर्टर भी जवाब दे गए। बिजली नहीं रहने से बैटरियां खत्म हो गईं। लोगों ने डिस्कॉम से जल्द से जल्द मरम्मत कर बिजली आपूर्ति सुचारू करने की मांग की है। साथ ही, स्थायी समाधान की जरूरत बताई।