बाड़मेर

आईफ्लू अलर्ट: आंखों में सूजन और जलन तो नहीं करें अनदेखी, वायरस और बैक्टिरिया बन रहा खतरा

कंजंक्टिवाइटिस एक वायरस संक्रमण है जो, नाक और गले की सूजन, खांसी, बुखार, थकान, शरीर में दर्द आदि जैसे लक्षणों के साथ होता है। यह वायरस मुख्यत: एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है

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बरसात के बाद बीमारियां काफी तेजी से बढ़ती है। इस सीजन में आंखों में होने वाली समस्याएं काफी अधिक हो रही है। आईफ्लू (कंजंक्टिवाइटिस) केस सितम्बर महीने से बढऩे शुरू हो गए है। अस्पताल की ओपीडी में रोजाना करीब 25-30 रोगी आई फ्लू से पीडि़त आने लगे है। इसमें बच्चों के अलावा युवा और बुजुर्ग भी शामिल है।

संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता

कंजंक्टिवाइटिस एक वायरस संक्रमण है जो, नाक और गले की सूजन, खांसी, बुखार, थकान, शरीर में दर्द आदि जैसे लक्षणों के साथ होता है। यह वायरस मुख्यत: एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। विशेषज्ञों के अनुसार वायरस हवा के जरिए भी फैलता है। हालांकि अभी फ्लू का असर ज्यादा नहीं हुआ है। लेकिन इसकी शुरूआत हो चुकी है। ऐसे में सावधानी से बचाव किया जा सकता है।

रोजाना आ रहे 25-30 आईफ्लू पीडि़त

आंखों पर वायरस हमला करते है, लेकिन बैक्टीरिया भी इस मौसम में सक्रिय होता है। इसके साथ ही आंखों में एलर्जी भी सामान्यत: हो जाती है। इसके कारण लोग कंजेक्टिवाइटिस (आंख आना) की समस्या से पीडि़त हो रहे हैं। इसमें आंखें लाल हो रही हैं, तेज जलन, सूजन व दर्द होने के साथ ही पानी गिर रहा है। जिला अस्पताल के नेत्र रोग विभाग की ओपीडी में रोजना करीब 100 से अधिक रोगी आ रहे हैं। इसमें से करीब 25-30 फीसदी आई फ्लू से पीडि़त है।

सितम्बर से नवम्बर तक वायरस का असर

विशेषज्ञों के अनुसार सितम्बर से आईफ्लू के केस आने शुरू हो जाते है। नवम्बर के आखिरी तक इसका असर रहता है। इस सीजन में बैक्टिरिया और वायरस दोनों का इंफेक्शन होने की आशंका रहती है। इसके कारण आंखों में खुजली चलने के साथ लाल होना व आसपास सूजन आ जाती है। खासकर बच्चे इससे ज्यादा प्रभावित हो सकते है। ऐसे में आंखों को बार-बार नहीं छूना चाहिए। साथ ही समय-समय पर साबुन से हाथ धोना भी जरूरी है।

क्या कहते है विशेषज्ञ...

ओपीडी में कंजेक्टिवाइटिस के रोगियों की संख्या पिछले कुछ दिनों से बढ़ी है। इसका मुख्य कारण इंफेक्शन है। इस समय वातावरण में बैक्टीरिया व वायरस सक्रिय हो जाते हैं। आंखों में किसी तरह की परेशान पर तत्काल विशेषज्ञ चिकित्सक को दिखाएं। इसलिए सफाई का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। बाहर निकलने पर चश्मा पहनने से बचाव हो सकता है।

-डॉ. शक्ति राजगुरु, वरिष्ठ नेत्ररोग विशेषज्ञ, राजकीय जिला अस्पताल बाड़मेर

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-आई फ्लू के लक्षण

आंखों में तेज जलन

लगातार खुजली चलना

आंखों में सूजन आना

पलकों का चिपक जाना

आंखों में चुभन महसूस होना

पलकों के आसपास सूजन

दिखने में परेशानी

आंखें लाल हो जाना

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-आई फ्लू होने पर कैसे करें केयर

टीवी और मोबाइल फोन का उपयोग बंद करें

आंखों को बार-बार नहीं छुएंपानी आने पर साफ कपड़े से पौंछें

घर से बाहर जाने पर चश्मा लगाएं

सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें

हाथों को साफ रखें और साबुन से धोएं

Updated on:
20 Sept 2024 09:58 pm
Published on:
20 Sept 2024 09:57 pm
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