Blackout in Barmer: भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है।
Blackout in Barmer: भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। इसी क्रम में बाड़मेर जिले में गुरुवार रात 9 बजे से शुक्रवार सुबह 4 बजे तक पूर्ण ब्लैकआउट लागू किया गया। यह लगातार दूसरी रात होगी जब बाड़मेर में अंधेरा रहेगा।
बाड़मेर जिला कलक्टर टीना डाबी ने जनता से अपील की है कि वे अपने घरों और प्रतिष्ठानों की सारी लाइटें बंद रखें और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें। ब्लैकआउट के दौरान नागरिकों को सुरक्षा और संयम बनाए रखने की अपील की है।
1. सायरन बजने पर तुरंत घरों में शरण लें।
2. घर, दुकान, संस्थान की सभी लाइटें बंद करें।
3. अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें, सड़कों पर आवाजाही से बचें।
4. प्रशासन व पुलिस के निर्देशों का पालन करें।
5. सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की अफवाह या झूठी सूचना न फैलाएं।
6. किसी को डराने या भय फैलाने का प्रयास न करें।
7. आपात सेवाओं को बाधित न करें और इनकी राह में अवरोध न बनें।
8. मोबाइल चार्ज रखें, फ्लैशलाइट या टॉर्च पास में रखें।
9. वाहनों की हेडलाइट्स व मोबाइल फ्लैशलाइट का उपयोग न करें।
10. पानी, सूखा खाद्य पदार्थ, फर्स्ट एड किट साथ रखें।
11. महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबर सेव रखें– पुलिस, अस्पताल, सिविल डिफेंस।
12. गांव, मोहल्लों में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखें।
13. संदिग्ध गतिविधि की तत्काल सूचना पुलिस को दें।
14. ब्लैकआउट के दौरान संयम और शांति बनाए रखें।
15. आपसी सहयोग और भाईचारे की भावना रखें।
बताते चलें कि राज्य सरकार ने बाड़मेर, जैसलमेर, फलोदी, बीकानेर और जोधपुर जैसे सीमावर्ती जिलों के लिए नई आपातकालीन गाइडलाइन जारी की है। इसमें कहा गया है कि अफवाहों से बचें और केवल अधिकृत सूचना पर भरोसा करें। आवश्यक कागजात, दवाइयां और खाद्य सामग्री पास में रखें। गांवों को खाली कराने की स्थिति में प्रशासन और BSF का सहयोग करें।
गौरतलब है कि भारत सरकार की एजेंसी PIB के अनुसार, पाकिस्तान ने 7-8 मई की रात राजस्थान के तीन प्रमुख एयरबेस, नाल (बीकानेर), उत्तरलाई (बाड़मेर) और फलोदी पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने का प्रयास किया। भारतीय वायुसेना ने पहले से तैनात S-400 एयर डिफेंस सिस्टम को सक्रिय कर हमलों को विफल किया। पाकिस्तानी मिसाइलों और ड्रोन के मलबे कई जगहों से बरामद हुए हैं, जो हमले की पुष्टि करते हैं। पाकिस्तान ने सीमा के नजदीक F-16 और JF-17 जैसे लड़ाकू विमान तैनात किए हैं।