बस्सी

पालनहार योजना: बेसहारा बच्चों का पोषण मुश्किल, समय से नहीं मिल रही मदद

राज्य सरकार ने परिवार के मुखिया की मृत्यु एवं अनाथ होने पर अवयस्क बच्चों के पालन पोषण के लिए पालनहार योजना चला रखी है।

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Nov 13, 2024
शाहपुरा ब्लॉक में 3340 बच्चे नामांकित

सरकार की ओर से बेसहारा बच्चों के पालन पोषण के लिए चलाई जा रही पालनहार योजना के तहत लगभग चार-पांच माह से सहायता राशि नहीं मिल पा रही है। जिससे अनाथ व बेसहारा बच्चों का पालन पोषण मुश्किल हो रहा है। अधिकांश बच्चे पालनहार योजना की सहायता राशि की बाट जोह रहे हैं। जानकारी अनुसार राज्य सरकार ने परिवार के मुखिया की मृत्यु एवं अनाथ होने पर अवयस्क बच्चों के पालन पोषण के लिए पालनहार योजना चला रखी है। इसमें अनाथ बच्चे, मृत्युदंड, आजीवन कारावास प्राप्त माता-पिता के बच्चे, निराश्रित पेंशन की पात्र विधवा माता के तीन बच्चे, पुनर्विवाहित विधवा माता के बच्चे, एचआईवी, एड्स पीड़ित माता-पिता के बच्चे, कुष्ठ रोग से पीड़ित माता-पिता के बच्चे, नाता जाने वाली माता के तीन बच्चे, विशेष योग्यजन माता-पिता के बच्चे, तलाकशुदा व परित्यक्ता महिला के बच्चे पालनहार योजना के पात्र होते हैं।

कई माताएं मजदूरी कर बच्चों का पेट पाल रही
इस योजना में शामिल कई परिवारों की विधवाएं मजदूरी करके बच्चों का पेट पाल रही हैं, ऐसे में चार पांच माह से सहायता राशि नहीं मिलने से परिवार की आर्थिक स्थिति गड़बड़ा रही है। शाहपुरा ब्लॉक में 3340 बच्चे पालनहार योजना में नामांकित है। जिनमें से अधिकांश को समय पर सहायता राशि की बाट जो रहे हैं। वहीं जिले के कई उपखण्ड क्षेत्रों में भी बच्चों को पालनहार योजना की राशि का इंतजार है।

यह मिलती है सहायता….
-6 वर्ष तक के लिए 750 रुपए प्रतिमाह
-6 से 18 वर्ष तक 1500 रुपए प्रतिमाह
-2500 रुपए अनाथ बच्चे को प्रतिमाह
-2000 रुपए अन्य कार्य के लिए वार्षिक

इनका कहना है…
पालनहार योजना के तहत मिलने वाली सहायता राशि कुछ बच्चों को तो मिल भी रही है तथा कई बच्चों की राशि अटकी हुई है। इसको लेकर स्वीकृति निकाली गई है। संभवतया इस माह में लाभार्थियों को पालनहार सहायता मुहैया हो जाएगी।
-गिरवर सिंह नरूका, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी शाहपुरा

Published on:
13 Nov 2024 05:03 pm
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